जीआरपी वाराणसी ने बिछड़े बालक को सुरक्षित परिजनों के सुपुर्द किया

ऑपरेशन मुस्कान के तहत जीआरपी टीम की सराहनीय पहल
वाराणसी। रेलवे पुलिस की संवेदनशीलता और सतर्कता एक बार फिर सामने आई है। अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे प्रकाश डी., पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज प्रशांत वर्मा तथा पुलिस उपाधीक्षक रेलवे वाराणसी कुँवर प्रभात सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे “ऑपरेशन मुस्कान” अभियान के तहत जीआरपी कैण्ट वाराणसी पुलिस ने एक बिछड़े बालक को सुरक्षित उसके परिजनों से मिलवाकर मानवता का उदाहरण प्रस्तुत किया।
मामला वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का है, जहां प्लेटफार्म नंबर एक पर पुलिस को एक बालक संदिग्ध अवस्था में घूमता मिला। पूछताछ करने पर बालक ने अपना नाम मयंक दुबे पुत्र पंकज दुबे निवासी ग्राम मुढ़वार, थाना ढोली, जिला सिवान (बिहार) बताया। उसने बताया कि वह अपने मामा के साथ मुंबई जाने के लिए ट्रेन से यात्रा कर रहा था, लेकिन गलती से ट्रेन से उतर गया और बिछड़ गया।
जीआरपी वाराणसी ने तुरंत बालक को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया और चाइल्ड लाइन को सूचना दी। चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य तथा बाल कल्याण अधिकारी के साथ बालक को महिला हेल्प डेस्क पर रखा गया और आवश्यक देखभाल की गई।
संपर्क स्थापित होने के बाद बालक के परिजनों को सूचना दी गई। कुछ ही समय में बालक का मामा *अभिषेक कुमार पांडेय पुत्र परम आनंद पांडेय निवासी ग्राम मुढ़वार पोस्ट बनकट, थाना बनकट, जिला देवरिया*रेलवे स्टेशन वाराणसी पहुँचे। दस्तावेज़ी कार्यवाही पूरी करने के बाद जीआरपी कैण्ट वाराणसी पुलिस ने बालक को विधिवत उसके परिजनों को सौंप दिया।
बालक के परिवार ने रेलवे पुलिस के इस त्वरित और मानवीय प्रयास की सराहना करते हुए जीआरपी वाराणसी का आभार व्यक्त किया।
सहायता करने वाली टीम जीआरपी प्रभारी रजोल नागर,उ•नि• राजबहादुर,म•का•संगम,हे•का• अश्वनी सिंह,हे•का• रिजवान अख्तर खान, थाना जीआरपी कैण्ट वाराणसी आदि शामिल थे।
थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर बच्चों की सुरक्षा और यात्री सहायता के लिए नियमित गश्त व निगरानी की जाती है। इस प्रकार की कार्रवाई से जीआरपी पुलिस का मानवता के प्रति समर्पण झलकता है।



