जैसे कुरान में तीस पारे हैं ऐसी सूरत मेरे हुसैन की है

दगाह वारसी पर उर्स का हुआ शुभारंभ, महफिले समां के साथ हुए कुल शरीफ
इन्तिजार अहमद खान
इटावा। आपसी सौहार्द एवं भाईचारे की प्रतीक दरगाह अबुल हसन शाह वारसी कटरा शहाब खां में परंपरागत 101वें चार दिवसीय सालाना उर्स का ऑनरेरी सेकेट्ररी हसनैन वारिस हनी वारसी के नेतृत्व में सुबह फजिर की नमाज के उपरांत कुरान ख्वानी से शुभारंभ हुआ।
दरगाह वारसी पर उर्स के पहले दिन बाद नमाज़ फजिर कुरआन ख़्वानी हुई इसके बाद इमाम बारगाह शरीफ में दगाह वारसी के ऑनरेरी सेकेट्ररी हसनैन वारिस उर्फ हनी वारसी ने अलम पेश किया। इसके बाद हज़रत मज़हर अली शाह वारसी रहमतुल्लाह अलैह की ओर से हनी वारसी ने चादरें पेश कीं। इसके बाद हजरत मजहर अली शाह का कुल शरीफ हुआ। बाद नमाज़ ज़ोहर मीलाद शरीफ हुआ। बाद नमाज़ अस्र महफिले समां हुई जिसमें कव्वाल अफ्फान वारसी देवा शरीफ, राजा सरफराज रामपुर, अली वारिस मुंबई ने बेहतरीन कलाम पेश कर जमकर वाहवाही हासिल की। उन्होंने कहा जैसे कुरान में तीस पारे हैं ऐसी सूरत मेरे हुसैन की है। इसके बाद हजरत महमूद शाह वारसी का कुल हुआ। महफिले ज़िक्र सरकार वारिस पाक का अहोजन हुआ जिसमें मौलाना असलम मीनाई कोलकत्ता ने तक़रीर की। अंत मे महफिले समां के साथ हजरत सुल्तान हमीद वारसी व हज़रत माशूक अली शाह वारसी रहमतुल्लाह अलैह का कुल शरीफ हुआ। दगाह वारसी पर उर्स के शुभारंभ अवसर पर इटावा सहित बाहरी प्रान्तों व जनपदों के श्रद्धालुओं ने भाग लिया और मजार शरीफ पर चादरें पेश कीं। उर्स में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रहा और श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल कैम्प लगाया गया। दगाह वारसी की ओर से मेहमानों के लिए ठहरने और भोजन की शानदार व्यवस्था की गई।



