ढाई घाट बांध भूख हड़ताल शुरू ग्रामीणों ने दी जल समाधि की चेतावनी

अधूरा बंद पूरा करने की मांग बारिश में भी डटे रहे प्रदर्शनकारी कई नेता समर्थन में उतरे
फर्रुखाबाद के शमशाबाद में ढाईघाट बांध को पूर्ण कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। ढाईघाट पुल के पास चल रहा यह धरना प्रदर्शन आज पांचवें दिन भूख हड़ताल में बदल गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि बांध का निर्माण पूरा नहीं किया गया, तो वे जल समाधि लेने को विवश होंगे।
ग्रामीणों का कहना है कि अधूरे बांध के कारण हर साल सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो जाती है और क्षेत्रीय निवासियों का जीवन असुरक्षित रहता है। बाढ़ के कारण आर्थिक संकट गहराता है, जिससे लोगों को पलायन करना पड़ता है। बांध के पूर्ण होने से फसलें सुरक्षित होंगी और ग्रामीणों का जीवन बेहतर हो सकेगा।
पिछले चार दिनों से खराब मौसम और लगातार बारिश के बावजूद सैकड़ों ग्रामीण धरने पर डटे हुए हैं। पूरी रात और दिन भर पानी बरसने के बावजूद किसान पॉलिथीन तानकर सर्द हवाओं में अपनी मांगों पर अड़े रहे।
इस धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल को कई राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं का समर्थन मिला है। पूर्व विधायिका लुईस खुर्शीद, पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत, पूर्व विधायक अजीत कटेरिया, जिला अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव, डॉ. जितेंद्र सिंह यादव, राजपाल यादव और सुरजीत गंगवार सहित कई किसान यूनियन के संगठन और नेता मौके पर पहुंचे। सभी नेताओं ने सरकार पर निशाना साधते हुए उसकी कमियां गिनाईं।
अनशनकारियों और सैकड़ों ग्रामीणों ने एक स्वर में जल्द से जल्द बांध को पूर्ण कराने की मांग दोहराई है, अन्यथा जल समाधि लेने की अपनी चेतावनी पर कायम रहने की बात कही है।
 
				

