एसएमजीआई में फार्मेसी विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय वेबिनार हुआ आयोजित

*500 से अधिक विषय विशेषज्ञों ने की सक्रिय सहभागिता*
इन्तिजार अहमद खान
*इटावा।सर मदनलाल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, इटावा के तत्वावधान में “फार्मेसी विदआउट बॉर्डर्स: विदेशी शिक्षा और कार्यक्षेत्र में अवसर एवं चुनौतियाँ” विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।*
*वेबिनार में भारत सहित विभिन्न देशों से 500 से अधिक वैज्ञानिक,छात्र, शिक्षक,प्राध्यापक,निदेशक एवं स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पेशेवरों ने पंजीकरण कर सक्रिय सहभागिता की।*
*वेबिनार के मुख्य वक्ता रहे डॉ.श्रवण कुमार पासवान, पोस्टडॉक्टरल वैज्ञानिक, विभाग बाल रोग,मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलाइना, यू.एस.ए. ने विदेशों में फार्मेसी शिक्षा,शोध एवं करियर संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के फार्मासिस्ट अपनी मजबूत शैक्षणिक नींव और श्रेष्ठ अनुसंधान कौशल के कारण विश्वभर में सम्मानित होते आ रहे हैं साथ ही सीमाओं से परे हजारों अवसरों की असीम संभावनाएँ अब फार्मेसी के क्षेत्र में भी भारतीय युवाओं के लिए खुल चुकी हैं।*
*संस्थान के निदेशक एवं वेबिनार के संयोजक डॉ.यू.एस.शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा ऐसे वेबिनार छात्रों को एक विशाल वैश्विक मंच से जोड़ते हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करते हैं।आज के वेबिनार में 500 से भी अधिक स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पेशेवर प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी ने हमारे संस्थान को गौरवान्वित किया है।*
*कार्यक्रम की मॉडरेटर पारिका ठाकुर सहायक प्राध्यापक,एस. एम.आई.पी.ने तकनीकी सत्र का कुशल संचालन करते हुए सभी प्रतिभागियों से संवाद स्थापित किया तथा तकनीकी और प्रश्नोत्तरी सत्र को बेहद प्रभावशाली बनाया।*
*एसएमजीआई इटावा के चेयरमैन डॉ.विवेक यादव ने सभी प्रतिभागियों और आमंत्रित वक्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह विशेष वेबिनार फार्मेसी शिक्षा के वैश्विक दृष्टिकोण को सशक्त बनाने की दिशा में एसएमजीआई इटावा का एक महत्वपूर्ण कदम है।ऐसे आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास और करियर निर्माण के लिए अत्यंत ही उपयोगी होते है।*
*कार्यक्रम का समापन डॉ.यू.एस. शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया।उन्होंने बताया कि सभी पंजीकृत प्रतिभागियों को ई- सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे।वेबिनार का सफल संचालन संस्था की तकनीकी टीम द्वारा सुचारू रूप से संपन्न किया गया।*



