मातमी नोहाख्वानी के साथ निकला शिया समाज की सजैरी का जुलूस

इन्तिजार अहमद खान
इटावा। शिया समुदाय का सजैरी का जुलूस परम्परागत तरीके से मौलाना अनवारुल हसन जैदी इमामे जुमा इटावा के नेतृत्व और राहत अक़ील शक्कन की देखरेख में इमामबाड़ा व मदरसा मौला अली मोहल्ला शाह गदाली से नईम उद्दीन, अध्यक्ष इमामबाड़ा कमेटी जाने आलम व मुतावल्ली शाने आलम की व्यवस्था के बीच मातमी नोहा ख़्वानी के साथ उठा।
सर्व प्रथम मौलाना अनवारुल हसन जैदी ने तक़रीर की।
सजैरी का जुलूस चौहट्टा, कोतवाली चौराहा, आलमपुरा, शीश महल, तिकोनिया, पक्की सराये स्थित बड़ा इमामबाड़ा, नगर पालिका चौराहा, तहसील चौराहा, शरीफ मंजिल सैदबाड़ा, साबितगंज, नया शहर, उर्दू मोहल्ला, इस्लामिया कालेज, नोरंगबाद होकर इमामबाड़ा घटिया अज़मत अली पर सम्पन्न हुआ। रिज़वान अजमद, हसन जावेद, अर्शी इमाम, उर्फी हिशाम, हनफ़ी, हयान नईम, सैय्यद हसन तौकीर, ताजदार हुसैन, शारिक सगीर शानू, शब्बर अक़ील, साजिद रजा, बिट्टू, हम्माद, मरगूब ज़मा वारसी, पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद आदि ने जुलूस का स्वागत कर लोगों को प्रसाद वितरित किया। तनवीर हसन, अयाज़ हुसैन बब्लू, अहमद जाफर, राहिल सगीर, सलमान रिज़वी, कैफ वारसी आदि ने मुख्य चौराहों, इमाम बारगाहों और घरों पर नोहा ख्वानी की। शरीफ मंजिल सैदबाड़ा के पास मौलाना सज्जाद हैदर रब्बानी दिल्ली ने तकरीर करते हुए इमाम हुसैन की शहादत और कर्बला का। पैगाम लोगों तक पहुंचाया। सजैरी के जुलूस में राहत अक़ील, शब्बर अक़ील जुल्फिकार व अलम के साथ आगे चल रहे थे, दो चौकियां और झंडे भी जुलूस के साथ थे। शहर में सैकड़ों लोगों ने अलम व चौकियों की जियारत कर मन्नतें मांगी। सजैरी के जुलूस में मौलाना मोहम्मद जॉन दिल्ली, अल्हाज कमर अब्बास नक़वी करबलाई, हाजी अरशद मरगूब, आलोक दीक्षित, जुलूस के वालिंटियर शावेज़ नक़वी, तस्लीम रज़ा, सलीम रज़ा, खुर्शीद जाफ़री, आरिफ हैदर लखनऊ, राहत हुसैन रिज़वी, जहूर नक़वी, अख्तर अब्बास, जहीर अब्बास, सोनू नक़वी, तहसीन रज़ा, इबाद रिज़वी, मुशीर हैदर, समर अब्बास, शौजब रिज़वी, आतिफ एड., शारिक सगीर शानू, सैफू, शादाब, हम्माद, जीशान, समर, शहजादे, अदनान सहित बड़ी संख्या में युवाओं व बच्चों ने भाग लिया। जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम बेहतर रहे। स्पेशल पुलिस अधिकारी आलोक दीक्षित, चौकी इंचार्ज जगदीश भाटी, दर्शन सिंह सोलंकी, काशिफ हनीफ सहित पुलिस बल मौजूद रहा।