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लूट की वारदातों का पर्दाफ़ाश! किन्नर के वेश में गहने लूटने वाला संगठित गिरोह पकड़ा गया

थाना बड़ागांव पुलिस ने दबोचे दो लुटेरे; लूटा हुआ माल, ढोलक और वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद

वाराणसी।गोमती ज़ोन के विभिन्न थाना क्षेत्रों में महिलाओं से गहने लूटने की बढ़ती वारदातों, खासकर किन्नर के वेश में मांगने-खाने और सोहर गाने के बहाने की जा रही लूटों का थाना बड़ागांव पुलिस ने सफल अनावरण किया है। अपर पुलिस उपायुक्त, गोमती ज़ोन के त्वरित कार्रवाई के निर्देश पर गठित टीम ने इस संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे हुआ खुलासा?

05 नवंबर को थाना बड़ागांव पर एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 04.11.2025 को मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात व्यक्ति चावल मांगने के बहाने उनके घर आए और कान के कुण्डल छीनकर फरार हो गए। इस पर मु0अ0सं0 473/2025 धारा 309(4) बीएनएस पंजीकृत किया गया।

क्षेत्र में किन्नर के वेश में लूट की घटनाओं से उपजे दहशत के माहौल को देखते हुए, गठित पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना पर लगातार काम किया।

दो अभियुक्त गिरफ्तार, सरगना फरार

पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर चिउरापुर गेट चौराहा के पास से दो अभियुक्तों – हैदर अली (उम्र लगभग 38 वर्ष) और सिन्टू (उम्र लगभग 28 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम अमौत, थाना सिंधौरा, जनपद वाराणसी को गिरफ्तार कर लिया।

बरामदगी:

लूटे गए दो कान के कुण्डल (पीली धातु, वजन 2.33 ग्राम)

01 प्लास्टिक की बोरी (02 किलो चावल)

एक ढोलक

घटना में प्रयुक्त हीरो एचएफ डिलक्स मोटरसाइकिल (UP65 DH 9287)

हालांकि, उनका एक साथी रिंकू उर्फ धर्मेन्द्र निवासी अमौत, थाना सिंधौरा मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।

बधाई के बहाने लूट:

संगठित गिरोह का तरीका
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने फरार रिंकू, रोशन, आलमगीर, कन्हैया और एक किन्नर मुस्कान के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह बना रखा है।

तरीका:

यह गिरोह विभिन्न क्षेत्रों में किन्नर के वेश में टीम बनाकर जाता था।

रणनीति:

वे घरों पर जाकर ढोलक बजाकर गाना गाते थे और ‘बधाई’ देने के बहाने चावल देकर लोगों को गुमराह करते थे।

वारदात:

इसी दौरान वे डरा-धमका कर महिलाओं के जेवरात छीनकर भाग जाते थे और लूटे गए गहने आपस में बाँट लेते थे।

और भी वारदातों का खुलासा

अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि 04.11.2025 की बाबतपुर की घटना उन्होंने ही की थी, और बरामद कुण्डल उसी घटना से संबंधित हैं। इसके अलावा, उन्होंने जंसा और कपसेठी थाना क्षेत्रों में हुई दो अन्य बड़ी लूट की घटनाओं को भी स्वीकार किया:

थाना जंसा:

गांव जगापट्टी में रिंकू और किन्नर मुस्कान के साथ मिलकर एक महिला से मंगलसूत्र छीना था (मु0अ0सं0 253/2025 पंजीकृत)।

थाना कपसेठी:

उनके साथी रोशन, आलमगीर व कन्हैया ने ग्राम भगौतीपुर, गौड़ बस्ती में एक महिला से मंगलसूत्र छीना था (मु0अ0सं0 168/2025 पंजीकृत)।

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्तों का पुराना आपराधिक इतिहास है और वे आज फिर से लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस फरार आरोपियों और गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

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