सर्वधर्म सद्भाव के अग्रदूत गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया

इन्तिजार अहमद खान
इटावा।श्री गुरु नानक देव जी ने समाज को समानता,प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया।उन्होंने जाति,धर्म,लिंग और वर्ग भेदभाव को मिटाने और निस्वार्थ सेवा के साथ जरूरतमंदों की मदद पर जोर दिया।यह उदगार गुरुद्वारा श्री तेग बहादुर साहिब में श्री गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव (प्रकाश पर्व) पर गुरुग्रंथ साहिब के आगे मत्था टेकने के बाद जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने व्यक्त करते हुए कहा कि श्री गुरु नानक देव जी ने बाहरी दिखावे के बजाय प्रेम, सत्य और अच्छे कर्मों को ही सच्चा धर्म बताया और समाज को बदलने से पहले खुद की बुराइयों पर विजय पाना आवश्यक बताया।
गुरुद्वारा श्री तेग बहादुर साहिब कमेटी के अध्यक्ष तरनपाल सिंह कालड़ा ने कमेटी की ओर से जिलाधिकारी का स्वागत सिरोपा,शॉल और प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया।इसी के साथ प्रबंध कमेटी ने सिटी मजिस्ट्रेट और अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद इटावा को भी सिरोपा,शॉल और प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
बुधवार को गुरुद्वारा श्री गुरुतेग बहादुर साहिब में हिन्दुओं के गुरू मुसलमानों के पीर गुरू नानक शाह फकीर ‘‘सर्वधर्म सद्भाव के अग्रदूत’’ मानवता के उपासक श्री गुरू नानक देव जी का प्रकाशोत्सव बड़ी ही श्रद्धा उल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया।पिछले पंद्रह दिनों से प्रकाशोत्सव पर्व को मनाने की तैयारियों चल रही थीं,नगर में प्रभात फेरी,शबद कीर्तन का गायन प्रारम्भ हो गया तथा साथ ही साथ गुरुद्वारा में 16 श्री अखण्ड पाठ साहिब की श्रृंखला प्रारम्भ हो गयी थी,जिसका कि समापन आज अर्धरात्रि प्रकाशोत्सव के पश्चात शबद कीर्तन के साथ ही गुरूद्वारा में हुआ तथा बहुत ही आकर्षक आतिशबाजी की गयी।
गुरुपर्व पर गुरूद्वारा तेगबहादुर साहिब में सुबह से ही माथा टेकने वाले भक्तों,स्त्री व बच्चों का तांता लगा हुआ था।गुरू नानक जयन्ती पर सभी समुदाय के लोगों व पार्टी जनों ने गुरुद्वारा आकर माथा टेककर आपसी भाईचारे व एकता का सन्देश दिया।
इस अवसर पर जगजोत, अंतरप्रीत,उत्तम कौर,परविंदर कौर,प्रिंसी कौर,जपजी कौर, सिमरन कौर व दिलप्रीत कौर द्वारा प्रस्तुत गुरुवाणी समूह शबदगान ने सभी संगत को मंत्र मुग्ध कर दिया।गुरुद्वारा के मुख्य ग्रन्थी भाई गुरदीप सिंह व साथियों ने कीर्तन तथा अन्य विद्वानों ने प्रवचन द्वारा संगतों को निहाल किया।उन्होंने अपने प्रवचन में बताया कि श्री गुरु नानक देव जी का पैगाग जन जन एवं सम्पूर्ण विश्व के लिए था।
गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष तरनपाल सिंह कालरा ने कहा कि सभी को गुरुओं के बताये मार्ग व आदशों पर चलना चाहिये।उन्होंने कहा “सतगुरू नानक प्रगटया मिटी धुंध जग चानन होआ”।उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने समाज के संगठन,समानता और सेवा का सन्देश दिया।
गुरुद्वारा श्री तेगबहादुर साहिब में रोनक कालड़ा,मन्नत टुटेजा, इष्टदीप सिंह,समरथ छाबड़ा, एकश कालड़ा,टीशल छाबड़ा, सिदक टुटेजा,सतनाम अरोड़ा, कुशलप्रीत अरोड़ा,संजू अरोड़ा, साहिब अरोड़ा,राजू गुलाटी,दीपू अरोड़ा,मिंटू व सिमर द्वारा फूलों से की गयी सजावट देखने योग्य थी जो कि बहुत ही आकर्षित कर रही थी।बिजली की रोशनी तथा फूलों से गुरूद्वारा साहिब को सजाया गया था,रात्रि दीवान व अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति के पश्चात फूलों की वर्षा व आतिशबाजी हुई।दोपहर में गुरूदारा में दीवान समाप्ति के बाद विशाल लंगर का आयोजन किया गया।
रात्रि दीवान में फूलों की वर्षा करके आरती की गई,अखण्ड पाठ की सेवा करवाने वाले परिवारों और सजावट करने वाले युवा व शबद गायन करने वाले बच्चों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।अन्त में गरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष सरदार तरनपाल सिंह कालड़ा एवं समस्त पदाधिकारियों मनदीप सिंह कालड़ा,चरनजीत सिंह (काका),राजा साहनी, त्रिलोचन सिंह मोंगा व साहिब सिंह ने सभी श्रद्धालुओं,स्त्री सतसंग,अखण्ड पाठ साहिब की सेवा करवाने वाले परिवारों, प्रभात फेरी की सेवा करने वाले परिवारों तथा समूह साध संगत का सहयोग के लिये हार्दिक धन्यवाद दिया तथा गुरूपर्व की सभी को बधाई दी।



