कर्नाटक के रेशम मंत्री पहुँचे वाराणसी, कहा चीन से अच्छे क्वालिटी का सिल्क कराएंगे उत्तर प्रदेश को मुहैया
वाराणसी ब्यूरो
वाराणसी।काशी विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद गंगा आरती देखने पहुंचे कर्नाटक के सिल्क मंत्री के.सी. गौड़ा ने कहा कि वो देव दीपावली के उपलक्ष्य में काशी आएं हैं। उन्होंने बताया कि कर्नाटक सरकार यूपी सरकार के साथ मिलकर एग्रीकल्चर के क्षेत्र में काम करना चाहती है। पूज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाइना से सिल्क का आयात बन्द कर दिया। कर्नाटक में सिल्क का कारोबार बढ़िया है कर्नाटक की टेक्नोलॉजी को यूपी ने बढ़ाने के लिए हम ततपर हैं। 10- 20 दिनों में इस टेक्नोलॉजी को सीखा जा सकता है। इससे यूपी में सिल्क कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। यूपी में 3000 टन सिल्क की जरूरत सालाना पड़ती है हम पूरी मदद करेंगे और सबसे बढ़िया टेक्नोलॉजी देंगे।
के.सी. गौड़ा ने बताया कि चाइनीज़ सिल्क आर्टिफिशियल सिल्क है जो 3- 4 साल के बाद खराब होने लगता है जबकि भारत के किसानों के द्वारा पैदा किया जाने वाले सिल्क 30- 40 साल तक चलता है। हालांकि चाइनीज़ सिल्क जिसे सिल्कनाहा कहते हैं इसकी टेक्नोलॉजी भी समझने की कोशिश करेंगे। मोदी जो ने चीन से आयात बन्द करके बहुत अच्छा किया क्योंकि किसानों को खाने के लाले पड़ गए थे। रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के सारे प्रयास किये जायेंगे।
वहीं कर्नाटक के सिल्क मंत्री के.सी. गौड़ा ने कहा मोदी जी और सीएम योगी का अभिनंदन करते हुए कहा कि उन्होंने वाराणसी के विकास किया है मंदिर में दर्शन करना आसान हुआ है तो रास्ते चौड़े हुए हैं, देहात एरिया में भी काफी विकास हुआ है। लाखों लोगों को दर्शन करने में आसानी हो रही है पहले हजारों लोगों को दिक्कत आती थी।