जैन तीर्थ श्री मोहनखेड़ा व मनावर राजेन्द्रसुरी जैन दादावाडी के आधार स्तंभ ज्योतिषाचार्य जयप्रभविजयजी महाराज की 20 वी पूण्यतीथी मनाई गई।
नगर के प्रमुख मार्गो से निकला चल समारोह
मनावर – नगर के धार रोड़ स्थित श्री राजेन्द्रसुरी जैन दादावाड़ी पर श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ विकास के आधार स्तंभ मनावर दादावाड़ी के प्ररेणा स्रोत ज्योतिषाचार्य मुनिराज जयप्रभविजयजी मःसाः की आज 1 जनवरी शनिवार को बीसवी पुण्यतिथि पर भव्य चल समारोह नगर के लोहार पट्टी स्थित श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर से बेड़ बाजे के साथ नगर के प्रमुख मार्गो से निकाला गया। जगह जगह समाजजनों द्वारा गहुली पूजा की गई।
दादावाड़ी पर राजेन्द्रसुरी प्रकाश आराधना भवन में भावांजलि सभा में गुरू गुणानुवाद सभा को संबोधित करते हुऐ दादावाड़ी ट्रस्ट मंडल के अध्यक्ष रमेशचंद्र खटोड़ ने कहा कि हमारे गुरूदेव जयप्रभविजय की पूण्यतीथी श्वेतांबर जैन समाज 20 वर्षो से मानते आ रहा है। मुनिराज मोहनखेडा तीर्थ व मनावर दादावाडी के विकास प्रेरक थे। दादावाड़ी के मंदिर में मोजूद दादा गुरुदेव राजेन्द्रसुरीश्वरजी की विशाल प्रतिमा है जो एक दर्शनीय है।
ट्रस्ट मंडल एवं समाजजनों द्वारा जयप्रभविजय मःसा: के छायाचित्र पर पूष्प अर्पित कर वासक्षेप पूजा कि गई। श्री शंखेश्वर भगवान की आरती उतारने का लाभ संतोष काकरेचा ने लिया। दादा गुरुदेव की आरती का लाभ अभिषेक भंडारी ने लिया। ज्योतिषाचार्य जयप्रभविजय की आरती उतरने का लाभ प्रवीण खटोड़ ने लिया। मंगलाचरण का पाठ सपना खटोड़, मिनल चत्तर, दिपीका खटोड़, पूनम खटोड़, रानू डूगंरवाल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में श्रीसंघ अध्यक्ष प्रवीण ओरा, समीरमल जैन, मनोहर ओरा, आकेश नवलखा ने कहा का अजैन समाज को भी समाज के धर्म से जोड़ने का कार्य चालू किया जा रहा है। जयप्रभविजय के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। चल समारोह में श्रीसंघ एवं समाज की महिला पूरुष बच्चों मोजूद थे। समाज के अंतिम खटोड़ ने बताया कि कर्नाटक के मैसूर नगर में विराजित मालवकेसरी मुनिराज हितेशचन्द्र विजयजी एवं ज्योतिषरत्न मुनिराज दिव्यचन्द्र विजय की पावन निश्रा में आज एक जनवरी शनिवार को नुतनवर्ष के पावन अवसर पर पुज्य गुरुदेव के मुखारबिंद से महामांगलिक का आयोजन फेसबुक लाईव प्रसारण द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में सुदर्शन फूलेरा, संतोष काकरेचा, पारसमल नवलखा, सुमित खटोड़, शेखर खटोड़, कैलाश काशमिया गुणानुवाद सभा का संचालन सचिन भंडारी ने किया। आज के स्वामीवात्सल्य का लाभ ललित डाँ पदमा संचेती परिवार ने लिया। जिले के जैन तीर्थ राजगढ़ के समीप श्री मोहनखेड़ा पर ज्योतिषाचार्य की समाधी पर मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ एवं ट्रस्ट मंडल द्वारा पूष्प अर्पित कर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।