Breaking News

नई दिल्ली : महापर्व छठ की पूजा आज, गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूजा का समापन

नई दिल्ली : महापर्व छठ की पूजा आज की जाएगी, शाम के समय डूबते सूर्य को व्रती नदी या तालाब में खड़े होकर अर्घ्य देंगे। गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूजा का समापन हो जाएगा।

सोमवार को छठ पूजा नहाय-खाय के साथ शुरू हुई थी। मंगलवार को खरना और आज तीसरे दिन शाम के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। कल सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। पूर्वांचलियों का सबसे बड़ा और पवित्र पर्व बिहार, यूपी के सीमावर्ती क्षेत्रों और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मनाया जाता है। दिल्ली में जहां भी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग रहते हैं वे छठ का पर्व धूमधाम से मनाते हैं।

दिल्ली में कोरोना के मामले कम होने पर छठ पूजा का उत्साह दोगुना

फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छठ की अनुपम छटा बिखरी हुई है, कोरोना की लहर कमजोर होने के बाद यहां लोगों में छठ का उत्साह देखते ही बन रहा है। हालांकि यमुना में जहरीले झाग के बीच श्रद्धालुओं के स्नान करने की तस्वीरें बीते दिन वायरल हुई थी जिसे देखकर हर कोई दहल गया था। बता दें कि दिल्ली सरकार ने यमुना घाट पर छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है। दिल्ली सरकार द्वारा कई जगहों पर घाट बनाए गए हैं जहां व्रती सूर्य देव को अर्घ्य देंगे।

छठ पूजा की अनुमति न देने के दिल्ली सरकार के फैसले पर आज हो सकती है SC में सुनवाई

वहीं बता दें कि यमुना नदी के घाट पर छठ पूजा की अनुमति न देने के दिल्ली सरकार के फैसले के खिलाफ दाखिल की गई याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो सकती है। याचिकाकर्ता द्वारा मांग की गई है कि कोर्ट दिल्ली सरकार को यमुना किनारे पूजा करने वाले श्रद्धालुओं पर केस दर्ज न करने का आदेश दे।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने यमुना में जहरीले झाग के लिए दिल्ली सरकार को ठहराया दोषी

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि छठ पूजा के लिए जो लोग व्रत रख रहे हैं उनको दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से झाग वाले पानी मैं अपनी जान को जोखिम में डालकर उतरना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार जिम्मेदारी लेने के बजाय, उल्टा उन महिलाओं को दोषी ठहरा रही है जो जान को जोखिम में डालकर झाग में उतर रही है यह पापपूर्ण कथन है जो केजरीवाल के सिर चढ़कर बोलने वाला है प्रदूषित जल क्या हरियाणा या यूपी से आता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
close