नसीब धरती के जगमगाये रसूल आये इमाम आये ——– रसूल अल्लाह व इमाम जाफ़र सादिक़ की पैदाइश पर हुई महफ़िल
इन्तिजार अहमद खान
इटावा। हज़रत मोहम्मद मुस्तफा स.अ. और इमाम जाफ़र सादिक़ की पैदाइश की खुशी में बड़ा इमामबाड़ा पक्की सराये पर मौलाना अनवारुल हसन जैदी की ओर से महफ़िल का आयोजन किया गया।
महफ़िल में सलीम रज़ा ने कहा सब की बख्शिश के लिए इमदाद करने के लिए, नायबे बाकर मोहेब्बो का मुईन पैदा हुआ। तनवीर हसन ने कहा सहर हुई फूल मुस्कुराए रसूल आये इमाम आये, नसीब धरती के जगमगाये रसूल आये इमाम आये। शब्बीर हुसैन वारसी ने कहा करम की बरसात हो रही है हुजूर तशरीफ़ ला रहे हैं, हर एक शह जगमगा रही है हुजूर तशरीफ़ ला रहे हैं। अख्तर अब्बास रिज़वी ने कहा नेमत खुदा ने भेजी है अकबर की शक्ल में, बादे रसूल देख लो चेहरा रसूल का। सफीर हैदर ने कहा यूं तो हर एक नबी तुझसे मनसूब है, तेरा भेजा हुआ है बहुत खूब है। तहसीन रज़ा ने कहा जहां में तशरीफ़ उनकी आई रसूल आये इमाम आये, मुबारको की सदा है आई रसूल आये इमाम आये।
आबिद रज़ा ने कहा फिर क्यों न आज सारा जहां जगमगा उठे, चमका है आज महर भी माहे तमाम भी। मौलाना अनवारुल हसन ज़ैदी ने कहा पूरी दुनिया में रसूल अल्लाह की पैदाइश का जश्न मनाया जा रहा है। आज रसूल अल्लाह के साथ इमाम जाफर सादिक़ की पैदाइश है। रसूल अल्लाह की हदीस है कि जो कुरान और एहलैबत का दामन थामेगा उसी को निजात मिलेगी। श्री जैदी ने अंत मे मुल्क में अमनचैन की दुआ की। महफ़िल में ताबिश रिज़वी, अश्शू रिज़वी, सलमान रिज़वी, मोहम्मद सादिक़, वली अहमद, मो. इब्राहीम, अब्राहन ने कलाम पेश किए। महफ़िल में अल्हाज कमर अब्बास नकवी करबलाई, हाजी अरशद मरगूब, राहत अक़ील, शावेज़ नक़वी, राहत हुसैन रिज़वी, मो. अब्बास, इबाद रिज़वी, हसन अब्बास, समर अब्बास, अयाज हुसैन, मो. अहमद, अली साबिर, शारिक सग़ीर शानू, शाद अली हसन, राजा, जीशान हैदर, समर सग़ीर, काशिब रिज़वी, सोनू नक़वी, शादाब हसन सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।