पूर्व सांसद पुत्र रेवतीरमण ने मांडू की आदिवासी महिलाओं के बीच राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया
मांडू:- पूर्व सांसद गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी के पुत्र एवं युवा कांग्रेस नेता रेवतीरमन राजूखेड़ी ने राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में मांडव के वार्ड क्रमांक 9 और 10 में पहुंच कर माताओं के द्वारा उनके जीवन भर किए गए कार्य एवं वर्तमान में हो रही कठिनाइयों को जाना। रेवती रमण ने प्रोत्साहन के तौर पर उन्हें साल और मिठाई भेंट की, साथ ही उन्होंने वर्तमान सरकार से अनुरोध किया है कि वह इन छोटे रोजगारओ की ओर अपना ध्यान आकर्षित करें। क्योंकि यह टोकरी बुनाई की कला अब विलुप्त होती जा रही है, यह कला हमारी आदिवासी संस्कृति कि एक अमूल्य धरोहर है और इसे संजोग कर रखना हमारा दायित्व बनता है।
रेवती रमण ने बताया कि हमारे मांडू क्षेत्र में महिलाओं द्वारा अपने हाथों से बुनाई की गई यह टोकरिया सीताफल और खिरनी रखने के काम आती थी, जिसकी जगह अब प्लास्टिक की कैरेट और टप ने ले ली है। दरअसल यह बात रेवतीरमन ने उस समय कहीं जब वह भारतीय राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने के लिए अपने क्षेत्र मांडव के वार्डो की महिलाओं के बीच पहुंचे। जहां कई मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं से वह मिले जिन्होंने अपने रोजमर्रा के जीवन गुजारने के तरीके और उनसे जुड़े कलाकृतियों के बारे में बताया।
ज्ञात हो कि रेवतीरमन पूर्व सांसद गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी के छोटे पुत्र होने के साथ-साथ एक गंभीर युवा नेता के रूप में भी उभर रहे हैं। जिन्होंने क्षेत्र में अपनी व्यक्तिगत पकड़ को मजबूत करने के लिए जमीनी तैयारियां शुरू कर दी है। रेवती रमन एक शांत स्वभाव के गंभीर युवा है। जो अपने पिता की तर्ज पर शांतिपूर्वक कार्य करने को महत्व देते हैं। जिनके हृदय में सेवा का भाव है जो एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि बनकर क्षेत्र की जनता की सेवा करने की इच्छा भी रखते हैं जिसके लिए वह सतत प्रयासरत है। जिनका नाम आने वाले समय में युवा नेताओं के रूप में चर्चाओं में रहेगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कांग्रेसजन व समाजसेवी उपस्थित रहे।