बीएलओ के फर्जी हस्ताक्षर से तो नहीं बना प्रधान का वोट……
अलीगढ़। इगलास ब्लाक के मनीपुर पंचायत में आगरा की महिला के प्रधान बनने के फर्जीवाड़े में अब नई.नई परतें खुल रही हैं। अब सामने आया है कि बीएलओ के फर्जी हस्ताक्षर से प्रधान का वोट बना था। नामांकन से कुछ दिन पहले ही मतदाता सूची में महिला प्रधान का नाम जोड़े जाने की आशंका जताई जा रही हैं। बीएलओ ने इस संबंध में अपना जवाब भी एसडीएम को दे दिया है। हालांकि इतने बड़ी लापरवाही के बाद भी जिम्मेदार अफसर चुप्पी साधे हुए हैं। पंचायत राज विभाग व तहसील प्रशासन कार्रवाई के नाम पर एक दूसरे पर टाल रहा है।
यह है मामला
अप्रैल में पंचायत चुनाव हुए थे। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इगलास ब्लाक की मनीपुर पंचायत से धर्मवती देवी प्रधान चुनी गईं। कुछ दिनों बाद इन्होंने शपथ लेकर पंचायत में काम शुरू कर दिया। लेकिन 22 मई को गांव के ही जानकी प्रसाद ने एसडीएम इगलास से एक शिकायत की। इसमें ग्राम प्रधान धर्मवती देवी पर फर्जी मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्र से चुनाव लड़ने का आरोप लगाया। एसडीएम ने तहसीलदार इगलास को जांच के आदेश दिए। तहसीलदार की जांच में सामने आया कि निर्वतमान ग्राम प्रधान के समर्थन से धर्मवती देवी को चुनाव में खड़ा किया गया था। गलत तथ्यों के आधार पर चुनाव से कुछ दिन पहले ही धर्मवती देवी का नाम बढ़वाया गया था। इनका मूल पता आगरा जिले की टेड़ी बगिया स्थित प्रकाश पुरम का है। यहां इन्हें सरकार आवास से लेकर राशन कार्ड तक हैं। यहां की विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में भी इनका नाम है। वहीं गांव में इनका अपना घर तक नहीं हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि धर्मवती देवी ने फर्जी तरीके से मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया है। एसडीएम ने इस जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रधान को पद से हटाकर इनके खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति रिपोर्ट जिला स्तर पर भेज दी।