मध्यप्रदेश : प्रदेश मे सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगाड़ने वालो के खिलाफ सरकार कितनी सख्त ?
भोपाल:- बात करें मध्य प्रदेश की जहाँ पिछले कुछ दिनों में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की भावना से अलग-अलग जगह पर भीड़ द्वारा व्यक्ति को मारपीट की गई, जिसके कारण प्रदेश की आलोचना भारतवर्ष में हो रही है। यहां तक की जातिवादी नारे भी लगवाए गए, नारे नहीं लगाने की दशा में भी मारपीट की एवं कबाड़ी का सामान फेंक दिया गया।
ज्ञात हो बीते दिनों उज्जैन में मोहर्रम के दौरान आपत्तिजनक नारों से माहौल बिगड़ने का मामला सामने आया, लोगों ने देश विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ ज्ञापन प्रदर्शन किया। जगह-जगह हिंदू जागरण मंच, व बजरंग दल के लोगों ने ज्ञापन दिए, जिसमें बताया गया कि भीड़ द्वारा देश विरोधी नारे लगाए गए। इस विषय में पुलिस ने कई लोगों को आरोपी बना कर गिरफ्तार भी किया लेकिन मध्यप्रदेश में मामला यहां थमा नहीं।
इस घटना के बाद एक चूड़ी बेचने वाले एक युवक को इंदौर के गोविंद नगर इलाके में भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटा गया, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ जिसमें बताया गया कि एक युवक की कुछ लोग इसलिए बेरहमी से पिटाई कर रहे थे क्योंकि वह मुस्लिम होकर हिंदू रेहवासी क्षेत्र में चूड़ी बेचने आ गया, लोगों ने उसे मुस्लिम होने की वजह से बेरहमी से पीटा। जब वीडियो वायरल हुआ तो वर्ग विशेष के लोगों ने पुलिस थाने जाकर बेरहमी से हुई पिटाई के बदले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद ही पुलिस ने 16 लोगों पर 14 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। उक्त मामले को लेकर जब शहर में जातिवाद का माहौल बनने लगा तब अचानक पता यह चलता है कि छठी क्लास पढ़ने वाली बच्ची के साथ तस्लीम नाम के मुस्लिम युवक (चूड़ी वाला) ने छेड़छाड़ की जिसकी वजह से लोगों ने उसकी पिटाई कर दी, बाद में बच्ची एवं उसकी मां ने आकर एफ आर दर्ज करवाई इसके बाद सत्यम पर अभी छेड़छाड़ का आरोप दर्ज किया गया।
मॉबलीचिंग जैसी घटनाओं का मामला यहां नहीं थमता, इस हादसे के बाद बीते दिनों नीमच में एक नया मामला सामने आया, जहां कुछ लोगों ने चोरी की शंका में एक आदिवासी की पिटाई की और पिकअप से बांधकर घसीटा भी गया, इस हैवानियत के बाद युवक को अस्पताल ले जाया गया जिसकी अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस ने वहां भी कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। यह मामला ठंडा हुआ भी नहीं जिसके बाद रीवा में बैटरी चोर के नाम से एक युवक की लीचिंग के तौर पर पिटाई कर दी, वहां का भी वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक को बेरहमी से पीटा जा रहा है। इसी प्रदेश में इसके अतिरिक्त एक मुस्लिम कबाड़ी वाले से जबरन जय श्रीराम के नारे लगाने वाले युवकों का वीडियो वायरल हुआ जो नफरत की आग को फैलाते हुए जबरन नारे लगाने की बात पर एक बुजुर्ग की पिटाई कर रहे थे। और उसका सामान फेंक दिया, गया यह घटना उज्जैन के झालरा के पास की है।
ऐसी मानसिकता और ऐसी घटनाओं को देख लोग हैरान है इससे यह प्रतीत होता है कि लोगों के मन में जातिवाद भावनाओं का घड़ा भरता जा रहा है और कई लोग इसे खत्म करने के बदले बढ़ाने का काम कर रहे हैं, कई कांग्रेसी नेताओं ने लगातार हो रही घटनाओं को लेकर मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार पर भी तंज कसा, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ, भोपाल मध्य के विधायक आरिफ मसूद, आदिवासी नेता पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी या फिर जयस के राष्ट्रीय संरक्षक हीरालाल अलावा तमाम लोगों ने मध्यप्रदेश में हो रही इन घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को चेताया। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए इन घटनाओं को तालिबानी सजा बताया है और कहा कि लोगों ने मानवता रखनी चाहिए ऐसी गलतियों में किसी भी व्यक्ति की पीट-पीटकर जान लेना लोकतंत्र की हत्या की निशानी है।