लापरवाही : टोल प्लाजा की लापरवाही से एक और मृत्यु, ऊंचे स्पीड ब्रेकर बनाना और संकेतिक चिन्ह बोर्ड नहीं लगाना बनी वजह।
मनावर। मप्र (शाहनवाज शेख) :- पिछले कई सालों से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में टोल बूथ लगाकर टोल वसूल रही कंपनियां मनचाहे ढंग से काम कर रही थी। टोल कंपनिययों की लापरवाही से कई दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है। हाल ही में ताजा मामला देखने को मिला है जहां सिंघाना से बड़वानी मार्ग पर ऊंचा स्पीड ब्रेकर होने की वजह से दुर्घटना में मृत्यु हो गई। जिससे नाराज लोगों ने चक्का जाम भी किया। बाद में तहसीलदार से श्री खतेड़िया की समझाइश के बाद जाम खोल दिया गया।
कई बार देखने को मिला है टोल कंपनियां स्पीड ब्रेकर बना देती है परंतु संकेतिक बोर्ड नहीं लगाती, जिसकी वजह से वाहन चालक को स्पीड ब्रेकर दिखाई नहीं देता एवं वह अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो जाता है। ऐसे में प्रशासन को टोल प्लाजा की लापरवाही से होने वाली सड़क दुर्घटना का पूरा जिम्मेदार टोल प्लाजा को बनाना चाहिए एवं कानूनी कार्रवाई करते हुए दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को मुआवजा भी दिलाना चाहिए। ताकि वह लापरवाही करके लोगो की जान से खिलवाड़ करने से पहले 100 बार विचार करें। सरकार टोल कंपनियों को कमाने के अवसर के साथ-साथ रोड का संपूर्ण मेंटेनेंस एवं साफ सुथरा यातायात गुजारने का दायित्व देती है। जिन नियमों को ताक में रखकर टोल कंपनी है क्षेत्र में सिर्फ कमाई पर ध्यान दे रही है।
सिंघाना के विजय राठौर ने बताया कि 2 दिन पूर्व भी इसी मार्ग पर सीरवी समाज के लालू राठौड़ अपनी पत्नी धापूबाई के साथ ब्रह्मपुरी जा रहे थे, ऊंचे स्पीड ब्रेकर के कारण बाइक का संतुलन बिगड़ गया इससे पति-पत्नी बाइक से गिर गए दोनों को घायल अवस्था में सिंघाना अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बड़वानी रेफर किया गया जहां धापूबाई का उपचार के दौरान निधन हो गया।
हालांकि लोगों के आक्रोश को देखते एव खबरे वाइरल होते देख टोल प्लाजा कंपनी ने स्पीड ब्रेकरो पर कलर करना एवं सांकेतिक बोर्ड लगाना शुरू कर दीये। ऊंचे ऊंचे स्पीड ब्रेकर की जगह टोल कंपनी ने रंबल स्ट्रिप बनाना चाहिए जिससे तेज गति से चलने वाले वाहनों को अपनी गति धीमी करना पड़ती है