वन्यजीवों से डरें नहीं बल्कि,उन्हें पहचानना सीखें : कुलदीप सिंह भदौरिया जेल अधीक्षक

इन्तिजार अहमद खान
इटावा। विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर जिला कारागार में विभिन्न मामलों में निरुद्ध सभी बंदियों को राज्य आपदा सर्पदंश के बाद की जरूरी प्राथमिक चिकित्सा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सर्प पहचान और सर्पदंश उपचार की महत्वपूर्ण जानकारी संस्था ओशन द्वारा चलाए जा रहे सर्पदंश जागरूकता अभियान के अंतर्गत प्रदान की गई । आज इसी क्रम में जिला कारागार इटावा में बंद 594 महिला पुरुष बंदियों को सर्प पहचान और सर्पदंश उपचार की विशेष जानकारी प्रदान की गई।
जिला जेल अधीक्षक कुलदीप सिंह भदौरिया ने कहा कि,आज प्रदेश की मुख्य 11 राज्य आपदाओं में से सर्पदंश एक प्रमुख प्राकृतिक आपदा है जिससे प्रदेश भर में हर साल लगभग 16 हजार लोग प्रभावित होते है अतः इस राज्य आपदा से लड़ने के लिए ऐसे जागरूकता कार्यक्रम बेहद ही प्रभावी है। उन्होंने उक्त जागरूकता कार्यक्रम के लिए संस्था “ओशन” ऑर्गनाइजेशन फॉर कंजरवेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर के महासचिव सर्पदंश विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी को विशेष धन्यवाद दिया।
वन्यजीव विशेषज्ञ सर्पमित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने सभी बंदियों को सांपों की पहचान के साथ उनसे जुडी भ्रांतियों और अंध विश्वास से दूर रहने और सर्पदंश के तुरन्त बाद जल्द से जल्द अस्पताल जाकर इलाज लेने की बात कही।
विश्व वन्यजीव दिवस पर सभी बंदियों ने भी कहा कि वे अब कभी भी प्रकृति के इन महत्वपूर्ण जीवों को नहीं मारेंगे और हमेशा इनकी सुरक्षा करेंगे।
जागरूकता कार्यक्रम के बाद से जिला कारागार में निरुद्ध सभी बंदियों का सर्पों के प्रति अनजान भय बिलकुल ही समाप्त हो गया उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी सर्पों को ठीक से पहचानना और प्राथमिक चिकित्सा को भी सीख लिया।
उक्त जागरूकता कार्यक्रम में जिला जेल अधीक्षक कुलदीप सिंह भदौरिया , जेलर राकेश वर्मा ,डिप्टी जेलर मनोज कुमार तिवारी, डिप्टी जेलर वंदना गौतम,जेल चिकित्सा प्रभारी डॉ निखिल राही, जेल शिक्षा अध्यापक करुणाकर मिश्रा सहित संस्था ओशन के डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर डॉ पीयूष दीक्षित और जेल स्टाफ से जुड़े समस्त पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।