विदेश जाने की अनुमति नहीं मिलने के बाद सीएम ममता बनर्जी की प्रक्रिया : क्यों मोदी जी, बंगाल के साथ आपको क्या समस्या है?
इस साल अगस्त में बनर्जी को रोम में स्थित कैथोलिक एसोसिएशन, सेंट एगिडियो के समुदाय के अध्यक्ष क्रो इम्पाग्लियाजो ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। वह एकमात्र भारतीय हैं जिन्हें बुलाया गया लेकिन विदेश मंत्रालय ने नही दी अनुमति
कोलकाता:- (M India News) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इटली जाने की इजाजत न देने के लिए शुक्रवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। ममता इस साल अक्टूबर में वेटिकन में होने वाले विश्व शांति सम्मेलन में भाग लेने जाने वाली थीं।
मदर टेरेसा पर केंद्रित इस कार्यक्रम में जाने के लिए इजाजत न दिए जाने पर ममता ने कहा कि यह राष्ट्र के सम्मन की बात थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि आप हिंदुओं की बात करते हैं, और मैं भी एक हिंदू महिला हूं, फिर भी आपने मुझे इजाजत नहीं दी।
‘मैं भी हिंदू, फिर आपने इजाजत क्यों नहीं दी?’
ममता ने कहा, ‘रोम में विश्व शांति पर एक सभा थी, जहां मुझे आमंत्रित किया गया था। जर्मन चांसलर, पोप फ्रांसिस) को भी उसमें भाग लेना है। इटली ने मुझे शामिल होने की विशेष अनुमति दी थी, फिर भी केंद्र ने मंजूरी से इनकार करते हुए कहा कि यह सीएम के लिए सही नहीं है। आप मुझे रोक नहीं पाएंगे। मैं विदेश जाने के लिए उत्सुक नहीं हूं, लेकिन यह राष्ट्र के सम्मान की बात थी। आप पीएम मोदी हिंदुओं की बात करते रहते हैं, मैं भी एक हिंदू महिला हूं, फिर आपने मुझे इजाजत क्यों नहीं दी? आप मुझसे जलते हैं।’
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तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य ने ट्वीट किया, ”केंद्र सरकार ने दीदी के रोम दौरे को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। इससे पहले उन्होंने चीन दौरे की अनुमति भी रद्द कर दी थी। हमने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भारत के हित को ध्यान में रखकर उस फैसले को स्वीकार कर लिया था। लेकिन अब इटली क्यों मोदी जी? बंगाल के साथ आपको क्या समस्या है? छी!” इस साल अगस्त में बनर्जी को रोम में स्थित कैथोलिक एसोसिएशन, सेंट एगिडियो के समुदाय के अध्यक्ष मैक्रो इम्पाग्लियाजो ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। वह एकमात्र भारतीय हैं जिन्हें बुलाया गया है। पोप फ्रांसिस, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और मिस्र के अल-अलझर के सबसे बड़े इमाम एचई अहमद अल-तैयब सहित अन्य के 6 और 7 अक्टूबर, 2021 को होने वाले सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
एक टीएमसी नेता ने बताया, ”एक खत में विदेश मंत्रालय ने बताया है कि यह कार्यक्रम किसी राज्य के मुख्यमंत्री की भागीदारी के लिए स्थिति के लिए अनुरूप नहीं है।” टीएमसी ने केंद्र सरकार के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे प्रतिशोध की राजनीति बताया है।