विश्व स्ट्रोक दिवस पर सी.आर.सी. द्वारा ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन

अखलाक अहमद
रोहनिया। विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत संचालित समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र सी.आर.सी. खुशीपुर में
एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया।कार्यक्रम की शुभारंभ आशीष कुमार झा निदेशक सी.आर.सी. के स्वागत भाषण के साथ हुई। जिसमें उन्होंने विश्व स्ट्रोक दिवस के महत्व एवं स्ट्रोक प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।वेबिनार का उद्देश्य स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्तियों में पुनर्वास, संज्ञानात्मक समस्याओं तथा आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम 2016 के तहत स्ट्रोक को दिव्यांगता के रूप में समझने के लिए जागरूकता बढ़ाना था।कार्यक्रम में डॉ. नूर मोहम्मद (ओटी), सहायक प्राध्यापक, व्यावसायिक चिकित्सा विभाग, जामिया हमदर्द, नई दिल्ली ने “संज्ञानात्मक समस्याओं तथा पुनर्वास” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। आशीष पाराशर, व्याख्याता (फिजियोथेरेपी), सी.आर.सी. वाराणसी ने “दिव्यांगता अधिनियम 2016 के अंतर्गत स्ट्रोक दिव्यांगता” पर विस्तृत जानकारी दी।तृप्ति ओझा, सहायक प्राध्यापक (स्पीच पैथोलॉजी), सी.आर.सी. वाराणसी ने “वाणी एवं भाषा संबंधित विकार” विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।सत्र के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित हुआ जिसमें प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का समापन नामो नारायण पाठक, सहायक प्राध्यापक (विशेष शिक्षा), सी.आर.सी. वाराणसी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।इस कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में आशीष पराशर, व्याख्याता (फिजियोथेरेपी), सी.आर.सी. वाराणसी ने सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस ऑनलाइन वेबिनार में देशभर से पुनर्वास एवं स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र से जुड़े छात्र-छात्राओं एवं पेशेवरों ने सहभागिता की। सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गये।



