इमाम हुसैन ने इंसानियत और हक पर चलने का संदेश दिया – मौलाना जैदी

इन्तिजार अहमद खान
पहली मोहर्रम को हुईं मजलिसें, सजेरी का निकला जुलूस
सुन्नी समाज ने निकाला सजेरी का जुलूस
इटावा। मोहर्रम का महीना शुरू हो गया है। मोहर्रम की पहली आगाजे मजलिस का आयोजन इमाम बारगाह अज़मत अली पर आदिल अख्तर गुड्डू की ओर से आयोजित की गई।
इमाम बारगाह अज़मत अली सहित पक्की सराये स्थित बड़े इमामबाड़े में गुलामुस सैयदेन, सैदबाड़ा में राहत अक़ील की ओर से आयोजित मजलिसों को मौलाना अनवारुल हसन जैदी ने तक़रीर करते हुए कहा इमाम हुसैन ने इंसानियत और हक पर चलने का संदेश दिया। अब इमाम के चाहने वालों का दायित्व है कि वह इंसानियत का रास्ता अपनाकर हक पर चलें। मोहर्रम में इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मेरे किसी अमल से दूसरों को तकलीफ न हो। इमाम हुसैन को मदीने में रहने नही दिया गया। इमाम हुसैन ने 72 साथियों के साथ अपना वतन मदीना छोड़ दिया और काबे में हज करने पहुंचे मगर वहां भी दुश्मनों ने कत्ल की साजिश रची आए हुसैन को दरबार मे तलब किया गया, इमाम हुसैन दरबार मे पहुंचे तो जालिमों ने समझौते का प्रस्ताव रखा इमाम हुसैन ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा मेरे जैसा तेरे जैसे से कभी समझौता नहीं करेगा। इमाम हुसैन ने हज को उमरे में बदला और कर्बला की तरफ चल दिये और दो मोहर्रम को इमाम हुसैन का काफिला कर्बला पहुंचा। अंजुमन हैदरी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शावेज़ नक़वी के अनुसार आलमपुरा इमामबाड़े में शारिक सगीर शानू की ओर से आयोजित मजलिस में मौलाना सज्जाद हैदर रब्बानी दिल्ली व इमामबाड़ा अज़मत अली पर मौलाना जौन दिल्ली ने तक़रीर की। इमाम बारगाह वक्फ काजमी व तमीजन नोरंगाबाद में मुतवल्ली राहत हुसैन रिजवी की ओर से मजलिस हुई। कौमी तहफ्फुज कमेटी के संस्थापक खादिम अब्बास के अनुसार मुहर्रम की पहली तारीख को साबितगंज मोहल्ले से असगर अली राईन एवं चमन वारसी की सरपरस्ती में सजेरी अलम चौकियों।का जुलूस उठाया गया जिसमें शहर का भ्रमण किया। सैकड़ों लोगों ने सजेरी के जुलूस में शामिल अलम, चौकियों की जियारत की।