अवार्ड के लिए मुहम्मदाबाद और मनिहारी सीएचसी का निरीक्षण
अजय राय
गाजीपुर। स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के प्रमुख बिंदुओं जैसे स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, गुणवत्तापूर्ण इलाज आदि का पूरा ख्याल रखने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प कार्यक्रम में चयनित किया जाता है। इसके लिए कई स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का मूल्यांकन कर अंक दिए जाते हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को जनपद के मनिहारी और मुहम्मदाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का दो सदस्यीय टीम ने निरीक्षण कर गुणवत्ता को बारीकी से परखा।
टीम के सदस्य संतोष सिंह और क्वालिटी मैनेजर डा. प्रियांशी ने बताया कि इसके पूर्व इसी वित्तीय वर्ष में मनिहारी और बाराचवर पीएचसी को आंतरिक मूल्यांकन में क्वालीफाई किया गया था। 70 फ़ीसदी से अधिक का स्कोर आने पर इन्हें कायाकल्प के तहत नामांकित किया गया था और कायाकल्प अवार्ड मिला था। अब सीएचसी स्तर पर टीम द्वारा मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीम करीब 350 बिंदुओं पर वेरीफाई करने का काम कर रही है। इसमें आठ मुख्य बिंदुओं में संक्रमण से बचाव, सफाई, बाहरी व्यवस्था, बायोमेडिकल निस्तारण, मरीजों को सुविधा, सहयोगी संस्थाओं का कोआर्डिनेशन आदि शामिल हैं। यदि इन बिंदुओं पर असेसमेंट का सत्यापन करते हुए पियर में क्वालीफाई कर जाती है तो एक्सटर्नल असेसमेंट किया जाएगा। उसमें यदि इन सभी बिंदुओं पर यह स्वास्थ्य केंद्र अव्वल आ जाता है, तब कायाकल्प कार्यक्रम के तहत अवार्ड की घोषणा की जाएगी। टीम के सदस्यों ने बताया कि अवार्ड के चयन के लिए 70 फीसद से ऊपर अंक पाने पर तीन लाख, 85 प्रतिशत से ऊपर आने पर पांच लाख और 90 फीसद से ऊपर अंक पाने पर 10 लाख रुपए का इनाम स्वास्थ्य केंद्रों को प्रदान किया जाएगा। मुहम्मदाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डा. आशीष राय ने बताया कि इसका उद्देश्य ऐसी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रोत्साहित कर उनकी पहचान करना, जो कि स्वच्छता और संक्रमण पर नियंत्रण के लिए मानक प्रोटोकॉल का पालन कर अनुकरणीय कार्य करते हैं। इसके साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण को बढ़ावा देना है। स्वच्छता और साफ-सफाई से संबंधित प्रदर्शन के सतत् मूल्यांकन और सहकर्मी समीक्षा की संस्कृति विकसित करना। सकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों से जुड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार से संबंधित स्थायी प्रथाओं के निर्माण और उन्हें साझा करना शामिल हैं।