एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन द्वारा ज्ञापन सौंपा गया
नई दिल्ली:- (मोमना बेगम) एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डीवीसी जा सकते हैं कर्मचारी।
बीते दिनों दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि तीनों दिल्ली नगर निगम में 26 वर्षों से काम करने वाले डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स डीवीसी कर्मचारियों को दिल्ली नगर निगम प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। कोविड-19 के दौरान दिल्ली की जनता को हमारी सबसे ज्यादा आवश्यकता है और लगातार 26 वर्षों से डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, पीलिया, हैजा जैसी भयंकर बीमारियों के बीच इत्यादि कई कार्यो को कराए जाने के बावजूद बिना किसी संवैधानिक पद के कार्य करवाया जा रहा है।
यूनियन पदाधिकारियों द्वारा कई बार मौखिक और लिखित पत्राचार के बावजूद निगम प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही नतीजतन कर्मचारियों में भयंकर रोष व्याप्त है, उसमें बताया गया कि डीवीसी कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में आ चुका है नाही निगम तनख्वा बढ़ाने की बात करता है और ना ही पद देने की, कर्मचारियों के बच्चों का भविष्य तक अंधकार में दिखाई देता है उन्होंने बताया कि परिवार भुखमरी का शिकार हो रहा है कर्जा लेकर घर चलाने को मजबूर है। इस विषय पर प्रशासनिक संवेदनशीलता व घोर लापरवाही के चलते कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है,
ज्ञापन के माध्यम से यूनियन ने कहा कि हमारी यूनियन की उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली के पदाधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर प्रशिक्षण के कर्मचारी विरोधी रवैए के खिलाफ तय किया यदि एक माह में हमारे भविष्य को लेकर निगम ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो डीवीसी कर्मचारी तीनों दिल्ली नगर निगम में एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के बैनर तले दिल्ली नगर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर दिल्ली के समक्ष रोष प्रदर्शन का निर्णय किया गया है।
सभा को प्रदेश स्तर के यूनियन के नेता गण संबोधित करेंगे जल्दी प्रदर्शन की ओर अनिश्चितकालीन हड़ताल की तिथि तय की जाएगी।
मैं धन्यवाद करता हूं एम इंडिया न्यूज़ का जिन्होंने कर्मचारियों की आवाज को उठाया और नशे में मीडिया तो कर्मचारियों की आवाज उठाने को ही राजी नहीं है जो 26 सालों से कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर दिल्ली नगर निगम की लड़कों की रक्षा कर रहे हैं उनकी ही आज परिवार भूख से मर मिटने पर आ चुके हैं लेकिन दिल्ली नगर निगम इन के लिए कुछ करने को नहीं है 26 सालों में ने पद नाम तक नहीं लिया गया यह सब एम इंडिया न्यूज़ वालों ने सभी को समझाने की कोशिश की है शायद नगर निगम के नेता एवं अधिकारी जी डीवीसी कर्मचारियों की समस्याओं को संज्ञान में लें और जल्द से जल्द समाधान निकालें
DBC Karamchari अपनी मांग को लेकर 26 सालों से नेता गणों से एवं अधिकारी महोदय से पीएम हाउस सीएम हाउस एलजी हाउस सभी जगह अपनी लिखित रूप में गुहार लगा चुके हैं लेकिन डीवीसी कर्मचारियों को अभी तक 26 साल में एक पदनाम तक नहीं मिला बड़े शर्म की बात है भारत जैसे देश में डीवीसी कर्मचारियों से गुलामों की तरह काम करवाया जा रहा है यह सभी कर्मचारी डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से अपनी जान हथेली पर रखकर नागरिकों की जान की रक्षा करते हैं कोरोना जैसी महामारी में भी सबसे बड़ा योगदान डीवीसी कर्मचारियों पर रहा है लेकिन इसके बावजूद इनकी कोई सुनने वाला नहीं है