किसानों के लिए वरदान है एफ.पी.ओ. – निदेशक आई.आई.वी.आर
ज़ीशान अहमद वाराणसी
वाराणसी रोहनिया-भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव के शुभ अवसर पर शुक्रवार को भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में रुद्र काशी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के निदेशक मण्डली एवं संस्थान के वैज्ञानिकों के बीच एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा का मुख्य विषय कम्पनी के कार्यकलापों एवं गतिविधी को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान कैसे तकनीकी सहायता प्रदान करें उसके ऊपर था।
परिचर्चा के दौरान संस्थान के निदेशक प्रो. तुषार कान्ति बेहेरा ने बताया कि कृषि का भविष्य तथा किसानों की आर्थिक स्थिति फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के माध्यम से ही बेहतर किया जा सकता है। एफ.पी.सी. को कृषक समुदाय की कमजोरी और उनकी शक्ति इन दोनों के बारे में जानकारी रखनी चाहिये। आज के समय में एफ.पी.सी. किसानों के लिए एक लाभकारी माध्यम बन रहा है, जिसका लाभ किसानों को उठाना चाहिये। सरकार एफ.पी.सी. बनाने पर अधिक जोर दे रही है क्योंकि भविष्य में सभी प्रकार के सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को एफ.पी.सी. के माध्यम से ही मिलने वाला है। रुद्र काशी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के निदेशक मण्डली ने अपने बिजनेस प्लान के बारे में वैज्ञानिकों से चर्चा किया।
इस कार्यक्रम में संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज सिंह ने उनकी समस्याओं को सुना तथा उनका निदान भी बताया। डॉ. सिंह ने एफ.पी.सी. के निदेशक मण्डली को बाजार में अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त करने का मूल मंत्र भी बताया कि यदि एफ.पी.सी. उपभोक्ताओं को सीधे तौर पर अपने कृषि उत्पाद बेचता है तो वह अपने उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त कर सकता है। किसान बाजार के बिचौलियों से बहुत हद तक बच सकता है। इसी क्रम में संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. शुभदीप रॉय ने एफ.पी.सी. के माध्यम से सरकारी योजनाओं का कैसे लाभ प्राप्त करें इस पर विस्तृत जानकारी रुद्र काशी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के निदेशक मण्डली को दी।
वैज्ञानिक डॉ. सुदर्शन मौर्य ने एफ.पी.ओ. द्वारा किसानों से मशरुम उत्पादन कराकर छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. हरे कृष्णा ने संरक्षित खेती के बारे में जानकारी दी। डॉ. ए. एन. त्रिपाठी फसल सुरक्षा उपायों को किसानों को आसानी से सुलभ कराने के बारे में बताया। डॉ. नकुल गुप्ता ने एफ.पी.सी. के माध्यम से बीज उत्पादन कराकर जरुरतमंद क्षेत्रों में बीज उपल्ब्ध कराने की सलाह दी।
यह कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान कोष प्रायोजित परियोजना “भारत के पूर्वी क्षेत्र के लिए किसानों का उत्पादक संगठन के द्वारा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण मॉडल का विकास एवं पुष्टिकरण” के तहत आयोजित किया गया।
इस मौके पर यशपाल सिंह तथा श्रीप्रकाश सिंह समेत रुद्र काशी फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी के निदेशक मण्डली के सदस्य श्री लल्लन दूबे, सर्वेश्वरी प्रसाद सिंह, इन्द्रबली सिंह, सूर्यबली सिंह, शशिभूषण पांडेय, जितेन्द्र प्रसाद सिंह, सुशीला देवी, पुष्पा सिंह एवं सुशील कुमार पांडेय उपस्थित थे।