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खनन माफियाओं के आगे नतमस्तक हुए जनपद के अधिकारी



*खनन माफियाओं ने खनन निरीक्षक संजय प्रताप सिंह और जनपद के वन विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर बालू खनन करने के लिए गंगा नदी की धारा में चलाई पनचक्की*

*गंगा नदी की बीच धार में पोकलेंड मशीन और पनचक्की चलाकर धारा को मोडने का कार्य जारी*

*दवंग खनन माफियाओं के पास राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के द्वारा दिए जाने बाले ( C T O) की वैध स्वीकृती भी नही है*
*सरकारी खजाने में पड़ रहा इन दबंग खनन माफियाओं द्वारा डांका क्योंकी G S T का भुकतान कभी दवंग माफियाओं ने किया नहीं*

*धारा मोड़ने से गंगा नदी के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ से तबाही के बादल मंडळाने की आशंका बढ़ती नज़र आने लगी*

*खनन माफियाओं के आशीर्वाद से जनपद के अधिकारी मौन*

*राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन जी टी) के नियमों को धता भेज चलाई जा रही गंगा की धारा में पनचक्की*

*अमृतपुर* थाना क्षेत्र के आसमपुर घाट गंगा नदी पर बालू खनन करने के लिए गाटा संख्या 33 पर पट्टा दिया गया है जिसके तहत राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन जी टी) के नियमों के दायरे में बालू निकासी करना होता है लेकिन ठेकेदार बिल्कुल नहीं कर रहे हैं  ठेकेदार को वैध भूमि गाटा संख्या 33 पे न करके 34 और 35 पर अवैध तरीके से कर रहे हैं गंगा की धारा को मोड़ने का कार्य बखूबी किया जा रहा है नियमों को ताख पर रखकर नदी की धारा में मशीनों की सहायता से बालू की निकासी की जा रही है जिससे गंगा नदी की धारा को मोड़ा जा सके और खनन करने के लिए कोई परेशानी न आ सके बहीं दुसरी तरफ जब बाढ़ के दिनों में जब बाढ़ आती है तो  कई ग्राम पंचायत व आस पास के  ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ का कहर इतना जबरदस्त होता है की जान बचाना मुश्किल पड़ जाता है बहीं गंगा नदी के पास में ही पोकलैंड मशीन चलाकर काफी गहरे गड्ढे 20 से 25 फिट के कर दिए और
खनन निरीक्षक संजय प्रताप सिंह और राजस्व अधिकारियों को आशीर्बाद प्राप्त  होने के कारण खनन करने की परमीशन दे दी और खनन करने बाले रहनुमाओं को ग्रामीणों की जान जोखिम में डालने की इजाज़त दे डाली

गंगा की धारा के बीच में चल रही पनचक्की से कई ग्रामपंचायतों में हर वर्ष से अधिक इस वर्ष बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिलेगा जिससे भारी नुक्सान भी होगा अगर इसे नहीं रोका गया तो जनपद फर्रुखाबाद के अधिकारी इस बाढ़ की तबाही से निपटने को तैयार रहे

*वन विभाग और राजस्व विभाग की मिली भगत से हो रहा अवैध बालू खनन*

*वन विभाग की भूमि पर बनी सुरक्षा खाई खनन माफिया ने जेसीबी चला कर गिराई*

*वन विभाग के कर्मचारियों का बालू खनन माफिया से आशीर्वाद प्राप्त*

*वन विभाग की भूमि नहीं तो क्यों लगाई सुरक्षा खाई और क्यों किया प्लांटेशन और वृक्षारोपण*

*गाटा संख्या 33 आसमपुर के नाम से वैध भूमि निर्धारित कर दिया गया था सरकारी बालू खनन का पट्टा*

*बालू खनन माफियाओं ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर अवैध जगह को घाटा संख्या 34 और 35 करनपुर घाट के नाम से हो रहा जमकर अवैध बालू खनन*

*पनचक्की चलकर हो रहा बालू का अवैध खनन*

*खनन अधिकारी की आंखों में धूल झोंक कर खूब हो रहा धड़ल्ले से पनचक्की द्वारा बालू का अवैध खनन*

*तीन दिन पहले खनन अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने असमपुर खनन पट्टे का किया था निरीक्षण*

*निरीक्षण करने के बाद खनन माफियाओं ने फिर चला दी पनचक्की और पोकलैंड मशीन*

*खनन माफियाओं ने खनन करके कर दिए 20 से 25 फुट के गहरे गड्ढे*

*कुछ महीना पहले पनचक्की द्वारा हो रहा था खनन*

*खनन अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने पनचक्की को किया था सीज और लगाया था जिरिब आना खनन पट्टा आसमपुर घाट अमृतपुर फर्रुखाबाद*

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