जागरूक मुस्लिम मतदाता मंच द्वारा SIR जागरूकता एवं साक्षरता कार्यशाला का सफल आयोजन,

इन्तिजार अहमद खान
इटावा – भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चलाई जा रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (S.I.R.) अभियान के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और शंकाओं का निवारण करने के उद्देश्य से जागरूक मुस्लिम मतदाता मंच, इटावा के तत्वावधान में एसोसिएशन फार प्रोटेक्शन ऑफ़ सिविल राइट्स के सहयोग से एक महत्वपूर्ण जागरूकता एवं साक्षरता कार्यशाला का आयोजन इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज,उर्दू मोहल्ला, इटावा में किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे मुख्य अतिथियों का स्वागत मोहम्मद फारिक तथा सरताज हुसैन सिद्दीकी ने पुष्प गुच्छ देकर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हाफ़िज़ मोहम्मद अहमद चिश्ती ने की, जबकि संचालन के दायित्व मौलाना तारिक शम्सी ने निभाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (APCR) के वरिष्ठ अधिवक्ता नौफ़ल मीराज एडवोकेट ने अपने संबोधन में कहा कि निर्वाचन आयोग का S.I.R. अभियान कोई औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक ढाँचे को मज़बूत करने की एक बुनियादी पहल है। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह मतदाता सूची में अपने नाम के पंजीकरण, संशोधन और सत्यापन में पूरी गंभीरता से भाग ले। यदि हमने लापरवाही की, तो न केवल मतदान का अधिकार प्रभावित होगा बल्कि प्रतिनिधित्व का संतुलन भी बिगड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि यदि बी.एल.ओ. हमारे पास नहीं पहुँच पा रहे हों, तो हमें स्वयं एल.ओ.सी. (लोकल ऑफिसियल) से संपर्क कर आवश्यक जानकारी देनी चाहिए ताकि यह अभियान सफलता प्राप्त करे और हमारा संवैधानिक अधिकार सुरक्षित रहे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि S.I.R. के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को फॉर्म 6, 7 और 8 के माध्यम से नया नाम जोड़ने, त्रुटि सुधारने या नाम बहाल करने का अवसर दिया जाता है, इसलिए नागरिकों को इस मौके का पूरा लाभ उठाना चाहिए।
इस अवसर पर फतेहपुर से आए इंजीनियर अब्दुल्ला शहीमी ने वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियाँ मुसलमानों की अमानत हैं। इनका पंजीकरण वक्फ उम्मीद पोर्टल पर कराना न केवल कानूनी आवश्यकता है, बल्कि सामूहिक ज़िम्मेदारी भी है। यदि हमने आज अपने औकाफ़ की हिफाज़त नहीं की, तो कल हमारे पास कुछ नहीं बचेगा।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे जमीयत उलमा-ए-हिंद के जिला अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक मौलाना तारिक शम्सी ने S.I.R. अभियान के सामाजिक और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस्लाम में अमानत की अदायगी को एक बुनियादी फर्ज़ बताया गया है। वोट भी एक अमानत है। इसका सही पंजीकरण दरअसल क़ौम और मिल्लत के हक़ की हिफ़ाज़त है।
उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान तभी सफल होते हैं जब लोग उन्हें अपनी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी समझकर उसमें भाग लेते हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष हाफ़िज़ मोहम्मद अहमद चिश्ती ने कहा कि S.I.R. अभियान का उद्देश्य देश में निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। यह हम सभी का राष्ट्रीय कर्तव्य है कि हम अपने वोट की ताकत और अपनी मौजूदगी के सबूत को बनाए रखें।
पूर्व चेयरमैन नगर पालिका फुरकान अहमद खान ने जनता से अपील की कि वे निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों से सहयोग करें, अपनी जानकारी को सत्यापित कराएँ और दूसरों को भी जागरूक करें।
कार्यशाला में शिक्षकों, छात्रों, महिलाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और शहर के गणमान्य नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
अंत में सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे S.I.R. अभियान को घर-घर तक पहुँचाएँगे और मतदाता अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाएँगे।
कार्यक्रम में स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन आफ इंडिया, जमीयत उलेमा ए हिंद इटावा, अंजुमन फिदायाने रसूल सिद्दीकी हेल्पिंग हैंड्स समिति, अब्दुल कलाम वेलफेयर सोसाइटी के कार्यकर्ताओं ने बढ़-कर कर हिस्सा लिया। मुहम्मद अज़ीम, हसन राईन, अब्दुल मन्नान राईन आदि का सराहनीय सहयोग रहा।



