जीवन के लिए जल का महत्व – इन्जी० राजेश वर्मा

इन्तिजार अहमद खान
इटावा अखिल भारतीय कूर्मी क्षत्रिय महासभा , द्वारा संचालित बैडमिंटन शिविर के बच्चों को ” समाज उत्थान समिति” के सहयोग से के के इन्टर कालेज , इटावा में जल ही जीवन विषय पर संगोष्ठी हुयी।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित इन्जी० राजेश कुमार वर्मा सेवानिवृत अधिशाषी अभियंता – लघु सिचाई , लखनऊ / जिला महासचिव अ० भा० कूर्मी क्षत्रिय महासभा , इटावा ने जल के महत्व पर प्रकाश डालते बतलाया कि जल मानव जीवन के लिए कितना जरूरी है, मानव शरीर को स्वस्थ और सुंदर बनाने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है उसमें एक तत्व जल भी है। जल के बिना जीवन नहीं है। सभी जीव जन्तुओं कीट पतंगों पशु मवेशियों को जल की आवश्यकता पड़ती है। हमारी पृथ्वी के 75% भूभाग में जल ही जल है और 25% भूभाग में मकान सड़कें हवाई अड्डे रेलवे स्टेशन विश्व विद्यालय, अस्पताल, फैक्ट्रियां खेत खलिहान, स्टेडियम आदि आवश्यक स्मारक है जिनके निर्माण में जल की महति आवश्यकता पड़ती है। सभी तरह के प्राणियों, पौधों, वनस्पतियों, फसलों को जल की आवश्यकता पड़ती है जिसके लिए हम वर्षा के जल और भूमिगत जल पर निर्भर है। भूमिगत जल मात्र 2.7% ही पीने योग्य है उसी जल से निमार्ण कार्य एवं खेती में भी उपयोग करते हैं जिस कारण भूमिगत जल का स्तर तेजी से घट रहा है जिससे स्थिर रखने के लिए वर्षा जल का संरक्षण बहुत ही आवश्यक है तथा जल का सदुपयोग सावधानी से करना है, जल की बर्बादी को रोकना है। हमारे पूर्वजों ने नदियों और कुंओं में जल देखा हमने नल और हैंडपंप में जल देखा आप लोग बोतल में जल देख रहे हैं सोचो आपके बच्चे जल किसमें देखेंगे,शायद इंजेक्शन की सीरिंज में। अभी कुछ दिन पहले भारत ने सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान जाने से रोक दिया इसका बहुत बड़ा असर पाकिस्तान पर पड़ा है जनता पानी के लिए तरस रही है, अगर पाकिस्तान ने वर्षा के जल के संरक्षण का ठोस उपाय किया होता तो आज उसे इस समस्या का सामना करने में परेशानी नहीं होती।
इसलिए आप सभी जागरूक बनो और जनता को घर परिवार को पास पड़ोस को भी जागरूक करो कि जल का सदुपयोग सावधानी से करें और बर्बादी न करें, छोटी छोटी बचत बड़ा रुप लेकर एक मिशन बनती है आने वाली हर समस्या का समाधान बनती है। जल है तो कल है, जल ही जीवन है, इस वाक्य को अपने जीवन में धारण कीजिए।
गोष्ठी के आयोजक डा० हरीशंकर पटेल “प्रमुख समाज सेवी” / बैडमिन्टन प्रशिक्षक ने कहा कि मुख्य अतिथि का आभार व्यक्त किया
गोष्ठी को सफल बनाने में निशांत मिश्रा (सिक्कू) , बैभव , आदि का सराहनीय योगदान रहा