नयी पीड़ी के समक्ष श्री हनुमान जी का चरित्र वैज्ञानिक पद्धति से रखने की आवश्यकता है
श्री दीर्ध विष्णु मंदिर में चल रहा है सुंदर कांड अनुष्ठान
मथुरा। आज के घोर कलकाल में तथा जनमानस के अनेको कष्टो के निवारण के लिए हनुमान जी की साधना ही एक मात्र साधन है जिसकी महामाला का रत्न एक मात्र सुंदर कांड पाठ ही मूलमंत्र है क्योंकि हनुमान जी एक ऐसे देव हैं जो वीतरागी हैं ऐसे में युवा पीढी के समक्ष श्री हनुमान जी के चरित्र को वैज्ञानिक पद्धति से रखने की आवश्यकता है ,जिसके मध्य में गुरु शिष्य परम्परा का गुण रहस्य छुपा हुआ है,यह व्याख्यान दीर्ध विष्णु मंदिर में आयोजित हो रहे सुंदरकांड महोत्सव के अन्तर्गत श्री दीर्ध विष्णु मंदिर के सेवायत महंत कान्तानाथ चतुर्वेदी ने हनुमत चरित्र का दर्शन कराते किया साथ ही उन्होने कहा कि श्री हनुमान जी महाराज द्वारा त्रेता युग में प्रवण विज्ञान का प्रति पादन किया है यह विज्ञान आपने सूर्य भगवान से प्राप्त किया, श्री हनुमान जी का यह प्रवण विज्ञान विश्व ब्रह्माण्ड की रक्षा का महा कवच हैं ।
इसी क्रम में श्री दीर्ध विष्णु मंदिर के धर्मप्रचारक एवं उपाध्यक्ष रामदास चतुर्वेदी ‘पार्षद’ कहा कि कहा कि सुंदर कांड के मंगलाचरण में ही पवन सुत हनुमान जी की बल- बुद्धि – विघा युक्त सेवा भाव संम्वलित कर्तव्य निष्ठा से आपने श्री राम जी की कृपा का ऋणी बनकर विश्व कल्याण की रक्षा के लिए श्री राम जी की कृपा प्राप्त की,अत: यह सर्व सिद्ध है कि कलिकाल में सर्वकष्ट निवारण के लिए सुंदर कांड पाठ सर्वोत्तम औषधि है।संस्था के सेवायत, महासचिव बालकृष्ण चतुर्वेदी ने कहा कि हनुमान जी का चरित्र पूर्ण वैज्ञानिक है हनुमान जी की उपासना सर्वहितकारी है इस संक्रमण काल में सुंदर कांड का पाठ रक्षा कवच है हमारा जन जन से आव्हान है ! प्रत्येक पूर्णिमा को चल रहे सुंदरकांड का संचालन सेवायत महाप्रबंधक लालकृष्ण चतुर्वेदी द्वारा किया गया इस अवसर पर श्री दीर्ध विष्णु सेवा संस्थान के संयोजक आचार्य ब्रजेन्द्र नागर को भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ का जिला संयोजक एवं राजेन्द्र सिंह होरा को अल्पसंख्यक मोर्चा का जिला संयोजक बनाये जाने पर संस्थान की ओर से शाल उपरना एवं स्मृति चित्र भेंट कर अभिनन्दन किया गया,इस अवसर पर आचार्य मुरलीधर चतुर्वेदी, अशोक गुप्ता,सुभाष अग्रवाल एडवोकेट,बालो कंठी माला वाले, राधाबल्लभ, राजीव शर्मा, शुभम् वर्मा,कदम चतुर्वेदी आदि मंदिर के भक्त सेवक,महिला मंडल अपस्थित रहा।