पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने,क्राइम इंस्पेक्टर मोहम्मद कामिल ने भूखी-ठिठुरती बुज़ुर्ग मां की खुद की मदद
आसिफ़ राजा ब्यूरो चीफ़

कायमगंज फर्रुखाबाद।थाना कायमगंज में तैनात क्राइम इंस्पेक्टर मोहम्मद कामिल ने इंसानियत और हमदर्दी की ऐसी मिसाल पेश की, जिसने पुलिस का मानवीय चेहरा सामने ला दिया। गश्त के दौरान उनकी नजर थाना गेट के पास स्थित मंदिर के समीप खड़ी एक बुज़ुर्ग मां पर पड़ी, जो ठंड से कांप रही थी और भूख-प्यास से बेहाल थी।

बुज़ुर्ग मां की हालत देखकर क्राइम इंस्पेक्टर मोहम्मद कामिल ने बिना किसी देरी के उसे थाना परिसर में ससम्मान ले जाकर अपने पास कुर्सी पर बैठाया और अपने हाथों से खाना खिलाकर उसकी भूख मिटाई। ठंड के मौसम में बुज़ुर्ग मां के पास न तो पर्याप्त गर्म कपड़े थे और न ही पैरों में जूते। हालात को देखते हुए उन्होंने तुरंत गर्म कपड़े, जूते और ओढ़ने के लिए कंबल भी उपलब्ध कराया।

मदद पाकर बुज़ुर्ग मां की आंखों में राहत और चेहरे पर सुकून साफ दिखाई दिया। इस मानवीय कदम की जानकारी मिलते ही थाना परिसर में मौजूद लोगों और आसपास के नागरिकों ने क्राइम इंस्पेक्टर के इस नेक कार्य की दिल से सराहना की। लोगों का कहना है कि क्राइम इंस्पेक्टर मोहम्मद कामिल अक्सर गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की मदद करते रहते हैं। इससे पहले भी उनके ऐसे कई कार्य सामने आ चुके हैं, जिनकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है।

स्थानीय नागरिकों ने कहा कि इस तरह के कार्यों से पुलिस और आम जनता के बीच भरोसा और विश्वास और मजबूत होता है। क्राइम इंस्पेक्टर मोहम्मद कामिल का यह अमल इस बात का पैगाम देता है कि पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था की निगहबान ही नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की खिदमत के लिए भी हमेशा तैयार रहती है।



