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बिजली कर्मचारियों का बिजली ट्रिपिंग पर कार्यवाही के खिलाफ हल्ला बोल

अखलाक अहमद

वाराणसी। बनारस के बिजलिकर्मियो ने पश्चिमांचल विधुत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक और वाराणसी के मुख्य अभियंता के द्वारा 10मिनट के बिजली ट्रिपिंग पर की गई निन्दनीय उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरोध में प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर किया जोरदार विरोध प्रदर्शन।
  ऊर्जा मंत्री के खिलाफ आज किये गए विरोध की ही भांति पुर्वांचल के प्रबन्ध निदेशक के विरुद्ध भी पुर्वांचल के बिजलिकर्मि उनके द्वारा किये जा रहे उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरुद्ध प्रदर्शन को जल्द ही होंगे बाध्य

 वाराणासी-22जुलाई।  विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के बैनर तले आज बनारस के बिजलिकर्मियो ने पश्चिमांचल विधुत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक और वाराणसी के मुख्य अभियंता के द्वारा 10मिनट के बिजली ट्रिपिंग पर की गई निन्दनीय उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरोध में प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर किया जोरदार विरोध प्रदर्शन।ऊर्जा मंत्री के खिलाफ आज किये गए विरोध की ही भांति पुर्वांचल के प्रबन्ध निदेशक के विरुद्ध भी पुर्वांचल के बिजलिकर्मि उनके द्वारा किये जा रहे उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरुद्ध प्रदर्शन को जल्द ही होंगे बाध्य।
   सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओ ने बताया कि बिजली के निजीकरण, बिधुत दरों में बेतहाशा बृद्धि , प्रबन्ध निदेशक पश्चिमांचल द्वारा एवं वाराणासी के मुख्य अभियंता द्वारा 5-10मिनट की बिजली ट्रिपिंग को कारण बताकर किये गए उत्पीड़नात्मक कार्यवाही से प्रदेश के समस्त बिजलिकर्मियो में आक्रोश व्याप्त हो गया है और उसी के विरोध में आज एक सांकेतिक प्रांतव्यापी प्रदर्शन प्रदेश के समस्त जिलो में बिजलिकर्मियो ने किया।
    वक्ताओ ने बताया कि आज जैसे ऊर्जा मंत्री जी के बिजलिकर्मियो एवं विजली विभाग के विषय मे गलत जानकारी द्वारा जनहित के विरुद्ध बेतहाशा बिजली दर बढ़ाने एवं बिजली के निजीकरण के प्रयास से आक्रोशित लखनऊ स्थित उनके आवास पर हजारो बिजलिकर्मियो ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया ठीक उसी प्रकार अब पुर्वांचल के बिजलीकर्मी पुर्वांचल के प्रबन्ध निदेशक के नियमविरुद्ध उत्पीड़न की दृष्टि से बिजलिकर्मियो के वेतन रोकने,ट्रांसफार्मर जलने, 5-10मिनट के बिजली ट्रिपिंग सहित अन्य उत्पीड़नात्मक कार्यवाही के विरुद्ध प्रबन्ध निदेशक पुर्वांचल के खिलाफ भी जल्द ही आक्रोशित बिजलीकर्मी इनका विरोध करने को बाध्य हो रहे है।
  वक्ताओ ने बताया कि संघर्ष समिति की मांग है कि दिसम्बर 2022 में किये गये समझौते का पालन किया जाये, मार्च 2023 के समझौते के अनुपालन में उत्पीड़न की की गयी समस्त कार्यवाहियां वापस ली जायें, अत्यन्त अल्प वेतन भोगी निकाले गये संविदा कर्मचारियों को बहाल किया जाये, उत्पीड़न की दृष्टि से बड़े पैमाने पर किये गये बिजली कर्मियों के स्थानान्तरण निरस्त किये जायें, बिजली कर्मियों के शीर्ष पदाधिकारियों पर दमन की दृष्टि से बैठाई गयी स्टेट विजिलेंस की जांच और की गयी एफआईआर वापस ली जाये, फेसियल अटेंडेंस के नाम पर बिजली कर्मियों का रोका गया वेतन जारी किया जाये, बिजली कर्मियों की रियायती बिजली की सुविधा समाप्त करने हेतु स्मार्ट मीटर लगाने की कार्यवाही तत्काल बन्द की जाये और प्रदेश के व्यापक हित में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय निरस्त किया जाये।
  सभा की अध्यक्षता ई0 राजेन्द्र सिंह ने एवं संचालन सौरभ श्रीवास्तव ने किया।
  सभा को सर्वश्री ई0 मायाशंकर तिवारी,ई0 एस0के0सिंह,ई0नीरज बिंद, रविन्द्र यादव,अंकुर पाण्डेय,राजेश सिंह,हेमंत श्रीवास्तव, प्रदीप कुमार,पंकज जैसवाल,ई0 विजय सिंह,मदन श्रीवास्तव, मनोज यादव,मनोज जैसवाल, अनिल कुमार,प्रमोद कुमार आदि ने संबोधित किया।


      

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