मध्य प्रदेश : इंदौर शहर को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए एक अनोखी पहल, स्कूल ऑफ सोशल साइंस के छात्र-छात्राओं द्वारा भंवर कुवा चौराहे पर जागरूक अभियान चलाया गया।
इंदौर : (शाहनावज़ शेख) इंदौर देश में स्वच्छता को लेकर मध्य प्रदेश का नंबर वन शहर माना जा रहा है। नगरीय प्रशासन द्वारा शहर को स्वच्छ और साफ रखने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही सरकार द्वारा शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए सिग्नल स्टॉप पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इंदौर शहर में 10 दिनों तक चलने वाला प्रदूषण मुक्त जागरूकता अभियान का आज गुरुवार से शुभारंभ हुआ। जिसमें इंदौर के प्रमुख चौराहों भंवर कुवा, पलासिया, नौलखा आदि पर अलग-अलग टीमों द्वारा हाथ में तख्तियां लिए वाहन चालकों को प्रदूषण को कम करने में सहयोगी बनने के लिए प्रेषित किया। जिसमें एचओडी रेखा अचार्य, अरविंद परिहार, रश्मि जैन के मार्गदर्शन में भवर कुआं चौराहा पर स्कूल ऑफ सोशल साइंस जोकि डीएवीवी की एक शाखा है जिसके छात्र-छात्राओं द्वारा सिग्नल स्टाफ के समय चौराहे से गुजरने वाली गाड़ियों को हाथ में तख्तियां, पोस्टर लेकर सिग्नल के बंद होने के दौरान अपनी गाड़ियों को बंद करने का आग्रह किया, जिससे कुछ वक्त के लिए सिग्नल पर गाड़ियां बंद होगी और बढ़ते प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
हमने अक्सर देखा है बड़े शहरों के चौराहों पर सिग्नल पॉइंट के ऑफ होने पर वाहन चालक सिग्नल खुलने तक अपनी गाड़ियों को स्टार्ट रखते हैं। जिसे चौराहे पर प्रदूषण फैलता है जिसके मद्देनजर सरकार ने इंदौर के अलग-अलग चौराहे पर कई टीमें तैनात की है, जो कि वाहन चालकों तथा शहर वासियों को 10 दिनों तक इस अभियान के माध्यम से जागरूक करने का काम करेंगे। जिसमें स्कूल, कॉलेजों व संस्थाओं के छात्र छात्राएं अपने हाथों में तख्तियां लेकर चौराहों से गुजरने वाले वाहन चालकों को सिग्नल ऑफ होने के समय वाहन को बंद करने के लिए प्रेषित कर रहे हैं।
इस अवसर पर इंदौर के भंवरकुआं चौराहे पर स्कूल ऑफ सोशल साइंस के छात्र-छात्राएं जिसमें शुभम दुबे, नीरज कुमार, मोहिनी पाटीदार, वंदना पाटीदार, श्रेया मिश्रा, सुबी जैन आदि शामिल रहे। जिन्होंने इस अभियान के तहत आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को इस जानकारी से अवगत कराया तथा उन्हें हर चौराहे पर सिग्नल बंद के दौरान अपने वाहनों को भी बंद करने का अनुरोध किया।