मामा लालू की शह पर अपराध की दुनिया में बड़ा नाम बना था इनामी दीपक वर्मा
वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बरियासनपुर गांव के समीप सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया एक लाख का इनामी बदमाश दीपक वर्मा लक्सा क्षेत्र के पार्षद विजय वर्मा की हत्या में भी शामिल रहा। दीपक ने अपने साथी संतोष गुप्ता किट्टू और अमित जाट के साथ मिलकर पार्षद विजय वर्मा को मौत के घाट उतार दिया था।
नई बस्ती रामापुरा निवासी दीपक वर्मा ने अपराध का ककहरा अपने सगे अपराधी मामा लालू वर्मा से सीखा था। लालू वर्मा की शह पर दीपक अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया। बाद में पुलिस ने लालू वर्मा को वर्ष 2008 में नोएडा में मुठभेड़ में ढेर कर दिया तो दीपक ने मामा के गिरोह की कमान संभाल ली। फिर साथी इनामी बदमाश संतोष गुप्ता किट्टू,अमित जाट,रईस सिद्दकी के साथ मिलकर अपराध की डगर पर चलता रहा।
जून माह 2010 में पुलिस ने दीपक के साथी इनामी बदमाश संतोष गुप्ता किट्टू,मोनू चौहान को मुठभेड़ में मार गिराया तो दीपक ने अपने गिरोह में नये बदमाशों को शामिल कर लिया। दीपक का नाम लक्सा क्षेत्र के पार्षद शिव सेठ की हत्या के साथ नैनी केन्द्रीय कारागार के सामने हुए दोहरे हत्याकांड में भी आया था।