वाराणसी पुलिस ने मासूम बच्ची से दुष्कर्म मामले में सनबीम स्कूल के चेयर मैन दीपक मधोक को पूछ-ताछ के लिए हिरासत में लिया
वाराणसी ब्यूरो
वाराणसी। वाराणसी के लहरतारा स्थित सनबीम स्कूल में क्लास-3 की छात्रा से रेप के मामले में पुलिस ने बुधवार को चेयरमैन दीपक मधोक को हिरासत में लिया है। फिलहाल, दीपक से विशेष जांच दल (SIT) के सदस्यों की टीम पूछताछ कर रही है। बता दें कि प्रकरण को लेकर हम पहले ही दिन से काशी के अभिभावकों के साथ खड़ा था। स्कूल प्रबंधन की किन गलतियों की वजह से बच्ची अमानवीय हरकत का शिकार हुई, यह भी हमने ही सबसे पहले उजागर किया था।
वाराणसी के लहरतारा स्थित स्कूल में शुक्रवार को रथयात्रा की रहने वाली कक्षा तीन की छात्रा से सफाईकर्मी ने दुष्कर्म किया था। पुलिस ने घटना वाले दिन ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश की ओर से गठित पांच सदस्यीय एसआईटी स्कूल प्रबंधन से पूछताछ कर रही है। वहीं आरोपी सफाई कर्मी पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जाएगा। उधर, इस घटना की जांच के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने भी मंगलवार को स्कूल में निरीक्षण किया था। आयोग की टीम ने पाया था कि स्कूल में हद दर्जे की लापरवाहियां बरती गई
सोमवार को सात घंटे की पूछताछ
छात्रा के साथ दरिंदगी मामले में एसआईटी ने सोमवार को लहरतारा स्थित स्कूल प्रबंधन से सात घंटे पूछताछ की। दोपहर करीब 12 बजे पहुंची एसआईटी ने देर शाम लगभग सात बजे तक छानबीन की थी। एसआईटी ने स्कूल के मालिक, प्रबंधक और प्रिंसिपल, शिक्षकों और सफाई इंचार्ज से अलग-अलग बात की। स्कूल के अंदर गर्ल्स और ब्वॉयज टायलेट के बाबत भी जानकारी ली। महिला व पुरुष कर्मी की संख्या भी एसआईटी ने रजिस्टर में दर्ज की। हालांकि तफ्तीश में अब तक स्कूल में हद दर्जे की लापरवाही मिली।
पुलिस कमिश्नर ने गठित की थी SIT
काशीवासियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर के नेतृत्व में SIT का गठन किया था। स्कूल के निरीक्षक और चेयरमैन दीपक मधोक, डिप्टी डायरेक्टर अमृता वर्मन, प्रिंसिपल परवीन कौसर, मैनेजर आदित्य चौधरी, स्टेट मैनेजर दिलीप सिंह और इंफरमेरियन करुणा राय से SIT के सामने प्रबंधन की कई खामियां उजागर हुई थी। मंगलवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने स्कूल का निरीक्षण किया था तो उन्होंने भी यह माना था कि बच्ची से रेप की घटना में प्रबंधन की प्रथमद्रष्ट्या गलती है। इसी के बाद से यह माना जा रहा था कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी