विवाहिता की मां ने पुलिस पर लगाया अपने निर्दोष पुत्र का…
दो बार चालान करने का आरोप, डीआईजी से की शिकायत…
धामपुर/उत्तर प्रदेश। एक विवाहिता की मां ने धामपुर थाने में तैनात एक दरोगा पर अपने परिवार को उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है जिसकी डीआईजी मुरादाबाद से शिकायत की है। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी अपराध के मेरे बेटे का एक बार चालान कर चुकी है। फिर भी दरोगा मेरे बेटे की तलाश में मेरे घर के आसपास चक्कर लगा रही है। जबकि बेटी के तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन दरोगा जी बेटी के ससुरालियों से हमसाज होकर फैसले के दबाव में उनके परिवार के उत्पीड़न पर आमादा है। पीड़ित ने मामले में डीआईजी मुरादाबाद से शिकायत कर जांच की गुहार लगाई है। मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता शबाना पत्नी नफीस निवासी मोहल्ला बंदूकचियान ने डीआईजी मुरादाबाद से की शिकायत में बताया कि उसने दो वर्ष पहले अपनी बेटी महक नूर की शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से बदुकचियान निवासी शाहिद पुत्र ताहिर से की थी। शबाना के अनुसार उन्होंने कहा है कि अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया था। शादी के कुछ दिन के बाद भी दामाद सऊदी अरब चला गया। बेटी की ससुराल में एक नन्द और 6 देवर व एक जेठ है। आरोप है कि दामाद सऊदी अरब से बैठकर बेटी पर और दान दहेज लाने का दबाव बना रहा है। जबकि वह अपनी बेटी की शादी में अपना घर बेचकर किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं। बावजूद इसके के मेरा दामाद अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। विवाहिता की मां का कहना है कि 10 अगस्त को उनकी बेटी महक मायके में थी आरोप है कि ससुराल के देवर जेठ वे नंद ने के घर पर धावा बोल दिया आरोपियों के विवाहिता महक नूर को लाठी डंडों से बुरी तरह से पीटा वह बेहोश हो गई मुरादाबाद में लंबे उपचार के बाद उसे होश आया पीड़ित परिवार ने बताया कि जब से उन्होंने आरोपी दमाद पर दहेज उत्पीड़न का कोर्ट में मुकदमा किया है तब से वह पुलिस की मिलीभगत से उनके परिवार को फसाने के नए-नए पडयंत्र रच रहा है आरोप है कि पुलिस आए दिन उनके घर जाकर धमकाते है 3 दिन पहले पुलिस ने उनके बेटे सैफ अली का गिरफ्तार कर चालान कर दिया था बेटे पर कार्यवाही करने के बाद भी हल्का दरोगा मेरे बेटे की तलाश मैं दिन रात घर के चक्कर लगा रहा है मेंपीड़ित ने डीआईजी से मामले में जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है उधर कोतवाली प्रभारी जीत सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है जांच कर कार्यवाही होगी।