नगर पालिका की अनियमितता को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन
भाजपा की जन हितैषी योजनाओं को धरातल पर पक्षपात के चलते नहीं उतारा जा रहा : सचिन पांडे
मनावर:- (शाहनवाज शेख) सोमवार नगर भाजपा के पार्षदों द्वारा नपा अध्यक्ष संगीता शिवराम पाटीदार एवं सीएमओ प्रदीप शर्मा द्वारा नगर में विकास कार्यों में रुचि न लेने एवं अनियमितता के चलते एसडीम कार्यालय में ज्ञापन दिया था। जिसमें अपनी मांगों को पूरा न होने की दशा में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की बात कही थी।
बीते दिन मंगलवार भाजपा पार्षदों एवं कार्यकर्ता द्वारा नगरपालिका प्रांगण में धरना प्रदर्शन दिया गया, जिसमें नगर के मंडल अध्यक्ष सचिन पांडे, भाजपा पार्षद एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पार्षदों ने बताया कि नगर में कोई विकास कार्य नहीं हो रहे हैं अगर उनकी योजना बनाई भी जाती है तो अध्यक्ष महोदय फाइल पर साइन नहीं करते और यहां तक इस्तीफा देने तक की धमकी देते हैं ऐसे में हम जनप्रतिनिधि नगर की जनता को जवाब नहीं दे पा रहे हैं। पार्षद ने बताया कि अनियमितता के चलते सीएमओ प्रदीप शर्मा का रवैया भी ठीक नहीं है। वहां भी कोई सुनवाई नहीं होती। ज्ञात हो जिनकी शिकायत कई बार जिला कार्यालयों में की जा चुकी है।
भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष सचिन पांडे ने बताया कि केंद्र और प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा जन हितेषी योजनाएं बनाई जा रही है जिनका लाभ धरातल पर मिलना चाहिए। लेकिन कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष होने कारण पक्षपात किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि जब कांग्रेस की सरकार 15 महीने रही तब भी पक्षपात किया जा रहा था लेकिन अब भाजपा की सरकार है हमेशा होने नहीं देंगे हम जनता के बीच उन सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाएंगे जो उनके हित में सरकार द्वारा निकाली जा रही है। वर्तमान में समस्त योजनाओं को धरातल पर नहीं उतारा जा रहा जो जनहित में है। ऐसे में जो पार्षद चुनकर जनप्रतिनिधि बने हैं उनका नाम और काम दोनों खराब हो रहा है, क्योंकि ऊपर बैठे अधिकारी एवं अध्यक्ष नगर के विकास और जनहित मैं होने वाले कामों में रुचि नहीं ले रहे। जिस के संबंध में हमारे धार से आये प्रभारी एवं नगर के भाजपा पार्षद तथा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया।
नगर की जनता को सड़कों का भी सुख नहीं
आपसी खींचातानी और शासन के बदलाव के बाद ऐसा लगता है नगर का कोई जिम्मेदारी ही नहीं। नगर का संपूर्ण विकास को छोड़ो ल, नगर में सड़कों का हाल काफी खराब है यहां तक की नगर पालिका ने माननीय न्यायालय की मर्यादा को भी तार-तार कर दिया। क्योंकि माननीय न्यायालय के सामने से गुजरने वाला मुख्य मार्ग अंबेडकर चौराहे से गोपालपुरा काफी क्षतिग्रस्त है, यहां तक कि वर्षा ऋतु के दिनों में ऐसी दशा हो गई है कि लोगों का निकलना भी दुश्वार हो गया, फिर भी नगरपालिका के जिम्मेदार आंख बंद कर बैठा है। जबकि सीएमओ, विधायक, एसडीओपी व माननीय न्यायधीश आदि अधिकारियों का गुजरना इसी मार्ग से रहता है। बावजूद इसके नगर पालिका इस विषय में कोई गंभीरता नहीं ले रही, जबकि पूर्व में इस मार्ग का टेंडर भी हो चुका है लेकिन नगर पालिका द्वारा कार्य शुरू नहीं किया गया जिसका खामियाजा क्षेत्र जनता को भुगतना पड़ रहा है। नगर में कोई नई सड़क का निर्माण तो ज्यादा नहीं हुआ लेकिन जो पूर्व में बनी हुई थी उन्हें भी आर ओ वाटर पाइप लाइन योजना के तहत खोद कर रख दिया है, पतली पतली नालियों जैसी लाइन बीचो-बीच शहर की सड़कों पर बना दी गई जिसकी चपेट में आए दिन दो पहिया वाहन चालक गिरते रहते हैं, यहां तक भी नगर पालिका कि आंख नहीं खुल रही।
इसके अतिरिक्त नगर पालिका में मात्र कर्मचारी ही दिखाई देते है, अध्यक्ष और सीएमओ की आपसी विवादों को लेकर भी कर्मचारी ही अधिकारी बने हुए हैं। अध्यक्ष का आना भी नगरपालिका में कम होता है जबकि संपूर्ण मोर्चा संभालते हुए नप अध्यक्ष और सीएमओ ने एकमात्र लक्ष्य बनाकर नगर के विकास कार्यों में प्रगति तथा साफ सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि वर्तमान में वर्षा ऋतु का दौर है और डेंगू एवं अन्य मच्छरों से कई बीमारियां उत्पन्न होने की स्थिति है ऐसे में नगर पालिका द्वारा गड्ढों नालियों तथा पानी के भराव जैसी जगह पर दवाई छिड़कना जरूरी है क्योंकि नगर में भी डेंगू और अन्य बुखारो का प्रकोप बढ़ गया है स्वास्थ्य केंद्र पर भारी भीड़ जमा होने लगी है अगर नगर पालिका अपनी पूर्ण जिम्मेदारी निभाए तो इन हालातों का सामना करना ना पड़े।