जाको राखे साइयां मार सकें ना कोई नहर में चार किमी तक डूबते.उतराते रहे 75 वर्षीय बुजुर्ग, फिर इस तरह बची जान……
कन्नौज। सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने से आहत बुजुर्ग ने नहर में छलांग लगा दी। हालांकि, तैराकी जानने की वजह से करीब चार किलोमीटर तक डूबते.उतराते रहे बुजुर्ग को गोताखोरों ने बचा लिया। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
जालौन जिले के गांव मड़ौरी निवासी 75 वर्षीय कृष्णाबाबू तिवारी करीब 20 वर्षों से थाना सौरिख के गांव भाउलपुर में अपनी बेटी सरिता अग्निहोत्री व दामाद कृष्णानंदन के साथ रह रहे हैं। उनकी पत्नी मिथिलेश तिवारी औरैया जिले के बिधूना में पुत्र अलकेश तिवारी के पास रहती हैं। कृष्णाबाबू वृद्धावस्था पेंशन न मिलने और राशन कार्ड नहीं बन पाने से परेशान थे। शनिवार दोपहर एक बजे उन्होंने आत्मघाती कदम उठाते हुए खडिऩी नहर के पुल से छलांग लगा दी। बुजुर्ग को नहर में कूदते देख वहां मौजूद लोगों ने स्थानीय गोताखोरों को बुलाया। बुजुर्ग को घटनास्थल से चार किमी दूर गांव आलमशाहपुर्वा के पास गोताखोरों ने बाहर निकाल लिया।
चूंकि वह थोड़ा बहुत तैरना जानते थे इसलिए जान बच गई। एसआइ किशनवीर ने बुजुर्ग से वार्ता की तो उन्होंने आरोप लगाया कि कई बार ग्राम प्रधान व सचिव से वृद्धावस्था पेंशन के लिए कहा। राशन कार्ड के लिए भी फरियाद की। कोई सुनवाई नहीं होने पर जान देने का फैसला किया। जानकारी मिलने पर उनकी पत्नी भी अस्पताल पहुंचीं। वहीं कानपुर में रह रहे बेटे को भी बुलाया गया। एसडीएम देवेश कुमार गुप्त ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। बुजुर्ग ने पेंशन के लिए आनलाइन आवेदन किया है तो जांच में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।