पूर्व एमसीडी चुनाव में हार के बाद भी क्षेत्र में सक्रिय है पूर्व भाजपा प्रत्याशी व जिला महामंत्री चन्दन चौधरी, क्षेत्र में दे रहे अपनी सेवाएं।
नई दिल्ली :- (मोमना बेगम) सन 2017 में नगर निगम चुनाव होने के बाद अब आगामी एमसीडी चुनावों को लेकर सरगर्मी बनी हुई है। ज्ञात हो कि देश में भाजपा की सरकार है वहीं दिल्ली प्रदेश में केजरीवाल की आप सरकार। ऐसे में प्रदेश में होने वाले आगामी एमसीडी चुनाव को लेकर सभी पार्टियां सक्रिय हो चुकी है सभी वार्ड पार्षद तथा हारे हुए प्रत्याशी भी भी सक्रियता बनाए हुए है।
बात करें दिल्ली के एमसीडी वार्ड क्रमांक 77 देवली विधानसभा की जहां पिछले नगर निगम चुनाव में सुरेश चौधरी में जीत हासिल की थी वही भाजपा से प्रत्याशी रहे चंदन चौधरी की भी बहुत कम वोटों से हार हुई थी। हारने के बाद भी चंदन चौधरी अपने भविष्य को लेकर उत्साहित और क्षेत्र को लेकर सक्रिय रहे।
उन्होंने अपने प्रत्याशी क्षेत्र वार्ड क्रमांक 77 देवली विधानसभा में अपनी हार के बाद भी क्षेत्र से रिश्ता नहीं तोड़ा, दक्षिण दिल्ली भाजपा महामंत्री के रूप में उन्होंने लगातार कई सामाजिक, धार्मिक, जनहित, देशहित, जैसे कार्य को अंजाम देते रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्मी के तपन वाले दिनों में श्री चौधरी ने पानी की जरूरत को देखते हुए 5000 से अधिक पानी के टैंकरों का वितरण करवाया, जिससे वार्ड वासियों को राहत प्रदान हुई। कोरोना जैसी भयंकर महामारी के बीच 6000 से अधिक लोगों को कच्चा राशन वितरण किया। गरीब बेसहारा 400 से अधिक लोगों को कंबल वितरण किए, वार्ड वासियों को प्रशासनिक मदद भी दिलाई। इसी बीच कोरोना जैसी महामारी के चलते हजारों प्रवासी मजदूरों को अपने गृहराज्य भिजवाने में मदद की। इसके अतिरिक्त आपसी घरेलू विवादों का निपटारा भी कराया। नेत्र शिविर एवं प्राथमिक उपचार हेतु कैंप लगाए गए। पर्यावरण सुरक्षा के लिए 3000 से अधिक पौधों का रोपण किया गया। वार्ड में सामाजिक, धार्मिक एवं संस्कृति कार्यों में आई समस्या का समाधान कर उन की समुचित व्यवस्था की गई। सैकड़ों महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरण करना जैसे कार्यों में लगातार रुचि रखते हुए हार के बाद भी उन्होंने क्षेत्र की सेवा नहीं छोड़ी।
आगामी चुनाव में चंदन चौधरी सक्रिय नेता के रूप में उभरे हुवे दिखाई दे रहे हैं, युवावस्था में श्री चौधरी ने अपने कर कमलों से क्षेत्रवासियों के बीच जगह तो बना ली है, लेकिन उन्हें और संघर्ष करना होगा। वैसे सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि आगामी एमसीडी चुनाव में यह टिकट रिपीट किया जाएगा, अगर आगामी चुनाव में पार्टी के टिकट देने के बाद उन्हें राजनीति अनुभव के साथ मैदान में उतरना होगा। क्योंकि वर्तमान में राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है और वह किसी भी हालत में दिल्ली एमसीडी पर जीत हासिल करना चाहेगी।