अफगानिस्तान में चल रहे घमासान के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया, जाने से पहले देशवासियों के नाम एक लिखा एक सन्देश
अफगानिस्तान में चल रहे घमासान के बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया, जाने से पहले देशवासियों के नाम लिखा एक सन्देश
नई दिल्ली- (मोमना बेगम) आखिरकार तालिबान और अफगानिस्तान के बीच हो रही जंग में तालिबान की जीत हो गई, उसने आज राष्ट्रपति भवन में भी अपना कब्जा जमा है। एयरपोर्ट पर लोग बिना टिकट भागे जा रहे हैं, देश के नागरिक पलायन को मजबूर हैं एयरपोर्ट पर गोलीबारी की आवाजें लगातार सुनाई दे रही है अमेरिकी नागरिक एयरपोर्ट की रक्षा कर रहे हैं।
अफगानिस्तान में चल रहे घमासान के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है, जाने से पहले उन्होंने देश के नागरिकों के नाम दिया संदेश
“मेरे प्यारे देशवासियों,”
“आज मेरे सामने एक मुश्किल चुनाव था मैं तालिबान का सामना करने के लिए खड़ा रहूं, जो हथियारों से लैस थे और राष्ट्रपति भवन में घुसना चाहते हैं या उस देश को छोड़कर चला जाऊं जिसकी रक्षा करने में मैंने 20 साल दिए हैं। अगर मैं तालिबान से लड़ने का विकल्प चुनता तो कई नागरिक शहीद होते हैं और काबुल हमारी आंखों के सामने तबाह होता। इस 60 लाख की आबादी वाले शहर को बड़ी मानवीय त्रासदी देखनी पड़ती। तालिबान ने ठान लिया है कि मुझे रास्ता हटाना है वह काबुल और काबुल के लोगों पर हमला करने आये है। इस खून खराबे को रोकने के लिए यही बेहतर था कि मैं यहां से चला जाऊं। तालिबान तलवारों और बंधुओं के साथ यह युद्ध जीत गए और अब लोगों की इज्जत, दौलत और खुद्दारी की रक्षा करने की तारीख जिम्मेदारी तालिबान की है। तालिबान ने लोगों का दिल नहीं जीता जी। इतिहास में कभी सिर्फ ताकत के दम पर किसी को स्वीकार नहीं किया गया ना कभी स्वीकार किया जाएगा। अब तालिबान के सामने बड़ा इम्तिहान है। आने वाले वक्त का एक प्लान बनाएं और उसे लोगों के साथ बांटे मैं हमेशा अपने लोगों की खिदमत करता रहूंगा आगे के लिए और भी बातें।”
– अशरफ गनी, राष्ट्रपति अफगानिस्तान