मध्यप्रदेश : विधायक डॉ अलावा बोले, – अपने हक़, अधिकार और स्वाभिमान के लिए जिंदा है तो जिंदा नजर आना भी जरुरी है।
भोपाल : कांग्रेस के मनावर विधायक व जयस राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए है कि 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती के नाम पर भाजपा सरकार द्वारा खर्च किये जा रहे करोड़ो रुपए असल में आदिवासियों को लुभाने के लिए खर्च किये जा रहे, उन्होंने इसे षड्यंत्र बताया।
उन्होंने कहा कि भोपाल में हो रहे प्रदेश के करोड़ों आदिवासियों कों संविधान के आर्टिकल 275(1) के तहत आदिवासी उपयोजना मे आदिवासियों के विकास, आदिवासी क्षेत्रों मे बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए खर्च होने वाले करोड़ों रूपये शिवराज सरकार जनजाति गौरव दिवस के नाम पर एक झटके मे खर्च करने जा रही है, इस आयोजन मे कुल 22 करोड़ रूपये खर्च होंगे जिसमे 13 करोड़ रूपये सिर्फ आदिवासियों कों अलग अलग जिलों से भोपाल लाने, वापस ले जाने, उन्हें खिलाने पिलाने, ठहरने, के नाम पर खर्च करेंगी।
उन्होंने कहा बाकि पैसा इवेंट मैंनेजमेंट के नाम पर एक झटके मे खर्च करने जा रही है जबकि यह पैसा आदिवासी इलाको मे रोजगार की तलाश मे प्रतिदिन आदिवासियों के हो रहे पलायन कों रोकने, सुदूर आदिवासी क्षेत्रो कुपोषण जैसी गंभीर चुनौती से निपटने आदिवासी इलाको मे बेहतर शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके उसके लिए खर्च होना चाहिए था लेकिन आदिवासियों के बजट का करोड़ों रूपये सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम के लिए पानी की तरह बर्बाद कर देना प्रदेश के करोड़ों आदिवासियों के हितो के साथ न्याय नहीं है और ऐसे मोको पर समाज के स्वाभिमानी युवाओं का चुप बैठना भी कतई उचित नहीं है।
विधायक ने कहा समाज के जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवी वर्ग की ख़ामोशी समाज के नेतृत्व पर, समाज के स्वाभिमान पर भी सवालिया निशान खड़ा करती है। जिन युवाओं मे अपने हक़ के लिए अपने अधिकारों के लिए स्वाभिमान जिंदा है तो उन्हें ऐसे मोके पर अगर वे जिंदा है तो उन्हें नजर आने की जरूरत है।
उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो रुपए आदिवासीयों के विकास में खर्च होना था वह प्रधानमंत्री के जलसे के लिए हो रहा है, उनके खाने और कार्यक्रम के लिए खर्च किया जा रहा है।