मोदी के आगमन से पहले वाराणसी में मस्जिद को भी रंग दिया गेरुआ,विवाद और विरोध के बाद दोबारा किया सफेद
वाराणसी ब्यूरो
वाराणसी। वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले नया विवाद खड़ा हो गया है। विश्वनाथ मंदिर जाने वाली सड़क पर स्थित एक मस्जिद को भी सोमवार की रात गेरुआ रंग से रंग दिया गया। सुबह इसकी जानकारी होते ही मस्जिद प्रबंधन ने आपत्ति जताई और विरोध दर्ज कराया। पीएम मोदी के आगमन और विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण समारोह से पहले किसी विवाद में न पड़ते हुए प्रशासन ने तत्काल मामले को संभाला और आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर लगाकर मस्जिद को दोबारा सफेद करा दिया।
वाराणसी में बन रहे पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक जाने के लिए गंगा के अलावा सड़क मार्ग से दो रास्ते जाते हैं। एक रास्ता गोदौलिया से मंदिर आता है और दूसरा मैदागिन से मंदिर तक आता है। दोनों रास्तों पर पड़ने वाले सभी मकानों को गेरुआ रंग में रंगने का प्रशासन ने फैसला लिया है। इसके बाद सभी मकानों को गेरुआ रंग में रंगा जाने लगा। इसी दौरान बुलानाला पर स्थित मस्जिद को भी सोमवार की रात गेरुआ रंग में रंग दिया गया।
मंगलवार की सुबह इसकी जानकारी मस्जिद प्रबंधन को हुई। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटी सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि बगैर पूछे मस्जिद का रंग बदलना पूरी तरह से गलत है। उन्होंने इसे लेकर प्रशासन के अधिकारियों से आपत्ति जताई। मस्जिद के तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर तैरने लगी। मस्जिद प्रबंधन की आपत्ति और विरोध के बाद प्रशासन ने कोई देरी नहीं की और मस्जिद को दोबारा सफेद करवाना शुरू कर दिया।
हालांकि पूरे मामले पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक अधिकारी और वीडीए के सचिव सुनील वर्मा का कहना था कि गेरुआ या भगवा रंग से मस्जिद को नहीं रंगा गया है। मैदागिन से गोदौलिया तक जो नॉर्मल कलर सभी मकानों पर किया गया है वहां भी कर दिया गया है। सड़क के दोनों किनारे पर स्थित बिल्डिंग की खूबसूरती के लिए कलर कराया जा रहा है। वास्तविकता में चुनार का जो रेड स्टोन है उसी के तरह से आकर्षक लुक के लिए कलर कराया जा रहा है। किसी की धार्मिक भावना को आहत करने के लिए कलर नहीं कराया गया है। मस्जिद के रंग से जुड़े प्रकरण को हल कराया जा रहा है। जैसा था वैसा ही करा रहे हैं।
गौरतलब है कि अगले सोमवार यानी 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आ रहे हैं। वह श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने के साथ ही दिव्य काशी भव्य काशी और काशी चलो अभियान का श्रीगणेश करेंगे। इस दौरान एक महीने तक काशी में कई आयोजन होंगे। 14 दिसंबर को भाजपा के सभी मुख्यमंत्रियों और डिप्टी सीएम का सेमिनार भी वाराणसी में ही होगा। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ही करेंगे।
कॉरिडोर के लोकार्पण और देश भर से आने वाले मेहमानों के मद्देनजर इन दिनों तैयारियों जोरों पर हैं। खासतौर से काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले मार्ग पर विशेष ध्यान देकर उसे सजाया और संवारा जा रहा है। इसके तहत इन दिनों मैदागिन से गोदौलिया तक सड़क के दोनों किनारे स्थित बिल्डिंग्स को एक रंग में रंगा जा रहा है। रंगाई-पुताई के क्रम में बुलानाला स्थित मस्जिद का रंग भी सफेद से गेरुआ कर दिया गया।