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मध्य प्रदेश : सूदखोरों की आई शामत, रतलाम प्रशासन ने सट्टा माफियाओं के बाद ब्याजखोर के आशियाने तोड़े।

रतलाम। मप्र – मध्यप्रदेश के रतलाम में हराम की कमाई और मजबूर लोगों को ऊंची दरों पर रुपए देकर उनके रुपयों से ऐश करने वालों की नींद हराम हो गयी है। रतलाम जिला प्रशासन की कड़ी कार्रवाई से सूदखोरों, माफियाओं और गुण्डों में खौफ पैदा हो गया है। आज पुलिस ने रतलाम के दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र के ब्याज खोर गुण्डे दीपू टाक जो 10 रुपए सैकड़ा की ब्याज दरों पर रुपए देकर किश्त भुगतान की तारीख ग्राहकों के चुक जाने पर दुगुनी राशि के वसूल करता था। जिस के आशियाने को प्रशासन की कड़ी कार्रवाई में ढहा दिया गया।

आपको बता दें रहें हैं कि दीपू टाक ने शहर के न्यू रोड़ पर एक बिल्डिंग में अपना अवैध बैंक संचालित कर रखा था जहां की व्यवस्थाएं किसी शासकीय बैंक से कम नहीं थी। यही से ऊंची ब्याज दरों पर रुपया दिया जाता था। जिसका समय पर भूगतान नहीं होने पर राशि को कई गुना बढ़ाकर रंगदारी के साथ वसूला जाता था। वहीं उसके गुर्गे भुगतान समय पर नहीं मिलने पर अपनी दबंगई दिखाते हुए रुपए वसूल करते थे। जिसमें वह लोगों के घर दुकान, मकान पर जाकर गुंडाई करते नजर आते थे।

दीपू टाक के मंसूबे नाकाम हो गए जब प्रशासन ने उसके वकील की नहीं सुनते हुए उसकी काली कमाई और गरीबों के खुन से सने आशियाने को ढेर में बदल दिया।

बता दें कि तीस से भी अधिक आपराधिक मामले दीपू टाक पर दर्ज हैं। जिस पर जिला प्रशासन की टीम ने मंगलवार को नगर निगम, प्रशासन व पुलिस के अमले ने मिलकर बड़ी कार्रवाई की हैं। मकान को तोड़ने में पोकलेन मशीन, जेसीबी आदि का उपयोग किया गया।

गुण्डों के विरुद्ध एसपी ने लिया बड़ा निर्णय

पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। एसपी तिवारी के अनुसार पूर्व में जमानत लेकर जो अपराधी बाहर आए है, उन्होंने अगर वापस अपराध किया है तो ऐसे गुण्डों की जमानत निरस्त करवाकर फिर जेल भेजा जाएगा।

ऐसे ही कई जिले में भी बारीकी से जांच की जाए तो कई लोग हफ़्तों की दर से पैसा उधार देकर लोगों से ब्याज वसूल रहे हैं। नहीं देने पर रंगदारी के साथ मारपीट तथा ब्लैकमेल जैसे काम किए जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से जनता में हर्ष है तथा गुंडा तत्व लोगों की नींद हराम जो गयी है।

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