बिजली कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर किया निजीकरण का विरोध
अखलाक अहमद
वाराणसी। लगातार चौथे दिन जहाँ बिजली कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध वही सिगरा स्थित बिजली कार्यालय पर किया विरोध प्रदर्शन।निजीकरण के बाद पैमाने पर बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं की होगी छटनी: निजीकरण के पहले ही आउटसोर्स कर्मियों को बड़े पैमाने पर हटाया जा रहा है: बिजली कर्मियों का गुस्सा बढ़ा: विद्युत कर्मचारी संघ के संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आवाहन पर आज लगातार चौथे दिन बनारस के बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया और भोजनावकाश अवधि में सिगरा स्थित बिजली कार्यालय पर विरोध सभा किया और कल भोजनावकाश अवधि में कज्जाकपुरा स्थित बिजली कार्यालय पर विरोध सभा के माध्यम से बिजली के निजीकरण का विरोध होगा जिसमें वहांके सभी कर्मचारी और अभियंता शामिल होंगे।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण के बाद बिजली कर्मियों ,जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं की बड़े पैमाने पर छंटनी होने वाली है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में कर्मचारियों के 44330 पद हैं और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में कर्मचारियों के 33161 पद है। निजीकरण होने के बाद यह 77491पद समाप्त हो जाएंगे और स्वाभाविक तौर पर कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छटनी होगी। इसमें 50 हजार संविदा कर्मी, 23818 तकनीशियन और अन्य कर्मचारी,2154 जूनियर इंजीनियरों और 1518 अभियंताओं के पद हैं।
संघर्ष समिति ने कहा कि निजीकरण होने के पहले ही संविदा कर्मियों की छटनी की जा रही है जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा है।
उन्होंने कहा कि निजीकरण के बाद दिल्ली और उड़ीसा में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को वी आर एस देकर हटाया गया था। आगरा में टोरेंट पॉवर कंपनी ने पॉवर कॉरपोरेशन के एक भी कर्मचारी को नहीं रखा था। ग्रेटर नोएडा में नोएडा पॉवर कंपनी ने भी उप्र राज्य विद्युत परिषद के एक भी कर्मचारी को नहीं रखा था। इन सबको देखते हुए बिजली कर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
संघर्ष समिति ने कहा कि निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट नियुक्त करने के आर एफ पी डॉक्यूमेंट में अर्ली वी आर एस का उल्लेख किया गया है। सामान्यतया वी आर एस 30-35 साल की नौकरी वाले कर्मचारियों के लिए होता है किन्तु अर्ली वी आर एस से ऐसा प्रतीत होता है कि बहुत कम सर्विस वाले कर्मचारियों की छुट्टी की जाने वाली है।
सभा को सर्वश्री मायाशंकर तिवारी,ई0एस0के0 सिंह,विजय सिंह, रमाशंकर पाल, अभिषेक सिंह,मदन श्रीवास्तव, रामजी भारद्वाज, संतोष वर्मा, जमुना पाल , राजेश कुमार, अंकुर पाण्डेय आदि ने संबोधित किया।