मनावर दुष्कर्म मामला : जिसे भगवती बस का नाम दिया जा रहा वह निकली मालवीया बस, गाड़ी से नाम परिवर्तन नहीं होने के कारण गलतफहमी के हुए सभी शिकार

मनावर। मप्र :- बीते दिन एक सनसनीखेज मामला सामने आया था, प्राप्त जानकारी के अनुसार जिसमें एक यात्री बस के कंडक्टर, ड्राइवर तथा क्लीनर द्वारा 24 वर्षीय महिला यात्री के साथ दुष्कर्म करने जैसे अपराध को अंजाम दिया गया। मामले को मनावर पुलिस ने विवेचना में लेते हुए दुष्कर्म की धारा के तहत मामला दर्ज किया। घटना शुक्रवार शाम की बताई गई है जिसमें यात्री महिला को बहला-फुसलाकर उसके निर्धारित स्थान पर ना उतारते हुए मनावर लाया गया तथा सुनसान जगह पर गाड़ी खड़ी करके महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की जा रही थी। जिसके बाद महिला के चिल्लाने पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए जिनको आता देख ड्राइवर, कंडक्टर एवं क्लीनर मौके से भाग निकले।
जानकारी स्पष्ट नहीं होने के कारण बीते दिन से जिस गाड़ी में दुष्कर्म किया जा रहा था उसे भगवती बस का नाम दिया गया, हम आपको बता दें कि दरअसल बस के ऊपर भगवती जरुर लिखा हुआ था लेकिन वह बस 24 सितंबर 2017 को रजनी पति गणेश मालवीया निवासी डही को बेच दी गई है। जिसका पूर्ण रूप से संचालन मालवीया बस के द्वारा किया जा रहा है, लेकिन बस खरीदने के बाद भी मोटर मालिक ने बस के ऊपर लिखे नाम को नहीं मिटाया ना ही अपना ट्रेडमार्क लगाया, जिससे कारण गलतफहमी के शिकार हुए कई समाचार पत्रों तथा न्यूज़ चैनलों पर दुष्कर्म किए जाने वाली बस का नाम भगवती बस बताया गया।
घटना को लेकर टीआई नीरज बिरथरे ने बताया कि घटना शुक्रवार देर शाम की है। जिसमें ड्राइवर, कंडक्टर ने एक महिला सवारी से दुष्कर्म किया है। बस में महिला के चीखने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने महिला को दरिंदों से बचा कर थाने पहुचाया। भीड़ आने के बाद तीनों आरोपी मौके से भाग निकले। मनावर के 3 किमी दूर गुलाटी रोड पर कालाभाटे के पास रहगीरों को उक्त बस से महिला के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। जिससे आसपास रहने वाले लोग इकट्ठे हो गए। कांच से देखा तो बस के अंदर एक महिला सहमी हुई बैठी थी। तीनों आरोपी ड्राइवर कमल, कंडक्टर गंगाराम, क्लीनर पंकज बस के अंदर ही मौजूद थे। ग्रामीणों की भीड़ देखकर आरोपी भाग गए। गांव के कुछ लोगों ने पीछा भी किया लेकिन अंधेरा होने के कारण हाथ में नही आए। ग्रामीणों की मदद से महिला पुलिस थानों मनावर आई।
पुलिस एफआईआर जैसे महिला ने बताया कि मैं अकेली कुक्षी से अपने भाई संदीप के घर गांव मेहतडी थाना बाग जाने के लिए दोपहर 03.00 बजे बस में बैठी थी। बस कंडक्टर गंगाराम मुझे लोंगसरी नहीं उतारकर गंधवानी की तरफ ले गया। जब बस गंधवानी पहुंची तो महिला ने अपना बैग मांगने पर कंडेक्टर ने बोला बस मनावर से वापस जाएगी तो लोंगसरी छोड देंगे। पीड़िता ने जब महिला मना किया तो गंगाराम ने जान से मारने कि धमकी देकर महिला को बस में चढ़ाकर मनावर की तरफ ले आए। पीड़िता बस मे बैठी रही बस मनावर स्टेण्ड पर पुरी खाली हो गई। महिला ने अपना बैग दुबारा मांगा तो गंगाराम बोला कि बस वापस लौंगसरी जाएगा तो छोड़ देंगे।
इसी दौरान जब भगवती बस कंपनी के मालिक अखिलेश झांवर से इस विषय में चर्चा की तो उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि जिस बस का जिक्र दुष्कर्म मामले में किया जा रहा है दरअसल वह 2017 में ही बेच दी गई थी मोटर मालिक ने नाम नहीं बदलने कारण भगवती बस का नाम बदनाम हुआ। दरअसल वह मालवीय बस के नाम संचालन हो रही है। जिसका जिम्मेदार पूर्ण रूप से स्टाफ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन में से दो आरोपियों को मनावर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है एक आरोपी फरार बताया जा रहा है