हिंदी हाइकु विश्वकोश में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के हाइकु कविताएँ भी शामिल
हिंदी हाइकु विश्वकोश में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के हाइकु कविताएँ भी शामिल

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जब से शिक्षा का नया मॉडल शुरू हुआ है तब से अनेक सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दिए हैं इनमें सब
हाइकु जापानी मूल की कविता है जो दुनिया की सबसे छोटे आकार की कविता है हाइकु 17 अक्षरों में 5-7-5 वर्ण क्रम में लिखा जाता है, वर्तमान में हाइकु कविता दुनिया भर में सबसे अधिक लिखी और पढ़ी जा रही है तथा चर्चित है. डॉ० जगदीश व्योम के संपादन में हिंदी हाइकु कोश प्रकाशित हुआ है जिसकी चर्चा विश्व भर में हो रही है, इस कोश में दुनिया भर के सभी देशों के और भारत में रह रहे 1075 हाइकुकारों की 6000 से अधिक हाइकु कविताओं को शामिल किया गया है. विशेष बात यह है कि इस विश्व हाइकु कोश में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 46 बच्चों की हाइकु कविताओं को भी शामिल किया गया है यह बहुत बड़े गर्व का विषय है. इसके अतिरिक्त दिल्ली के शिक्षा निदेशालय से जुड़े कई हाइकुकारों के हाइकु भी इसमें शामिल हुए हैं जिनमें डा० सूरजमणि स्टेला कुजूर, पूर्व उप शिक्षा निदेशक, बिजेश कुमार शर्मा, प्राचार्य लाजपत नगर दिल्ली, एन.के.शर्मा उप प्राचार्य लाजपत नगर दिल्ली, शिवमूर्ति तिवारी, प्राचार्य, तनवीर आलम कानूनी सलाहकार, दिल्ली शिक्षा निदेशालय, मणिलाल शिक्षक, शबाब हैदर,शिक्षक, पूनम पाठक, शिक्षिका एक्सीलेंस स्कूल खिचड़ीपुर, दिल्ली एवं अन्य कई शिक्षकों के हाइकु इस कोश में शामिल किये गए हैं. यह शिक्षा निदेशालय दिल्ली के लिए अत्यंत गर्व का विषय है.
