रमजान माह के अलविदा जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में उमड़े अकीदतमंद, ईद की खुशियों का इंतजार।

मनावर। मप्र – अल्लाह की इबादत करने, बुराइयों से बचने, अच्छे कर्म करने और इंसान इंसानियत के लिए हमेशा भला करने का प्रशिक्षण देने वाला महीना रमजान खत्म होने में दो-तीन दिन ही शेष है। शुक्रवार को इस रमजान के अलविदा यानी अंतिम जुमा की नमाज जामा मस्जिदों में पढ़ी गई। इस दौरान बड़ी संख्या में हर उम्र के रोजेदार व नमाजी एकत्र हुए। अपने रब के आगे सजदा कर दुआ मांगने के लिए हजारों हाथ उठे। गौसिया मस्जिद गांधीनगर में इमाम अदबुश सलाम साहब ने रमजान के अलविदा जुमे की नमाज पढ़ाई। इस मौके पर उन्होंने विशेष तकरीर की और समाज से भाईचारे से रहते हुए शेतनियत से दूर रहने की हिदायत दी।
बीते दिन जुमेरात के दिन शबे कद्र की रात थी पूरी रात सभी मस्जिदों में छोटे बड़े हर उम्र के लोगों ने रात्रि में मस्जिदों में अल्लाह की इबादत कर दुआ मांगी। शबे कद्र की रात रमजान माह की एक महत्वपूर्ण रात मानी जाती है इस रात सभी मुस्लिम समाज के लोग दुआ दरूद करते है। इस रात को बड़ी है हम मानते हुए घर में महिला तो मस्जिद में पुरुष इबादत करके अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और अपने उज्जवल भविष्य की दुआ मांगी जाती है।
उन्होंने बताया कि रमजान के बचे हुए दिनों में हमें अल्लाह की खूब इबादत कर अपनी वफादारी साबित करनी चाहिए। हमेशा सच बोलें, नफरत छोड़ सबसे मोहब्बत करें। जरूरतमंदों की मदद करें। किसी की बुराई न करें। इंसान और इंसानियत के मददगार बनें। अपने व्यवहार से दुश्मन को भी अपना बना लें।
इस दौरान रमजान में चांद देखने के बाद ईद का ऐलान किया जाएगा, जिसमें सभी छोटे-बड़े खुशियों से एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हुए ईद की नमाज अदा करेंगे। रोजदारो के लिए 30 दिनों का परिश्रम भी रहता है जिसके बाद खुशियों का त्योहार ईद मनाई जाती है और वह अपने रब को राजी करते हैं
आगामी त्योहारों को लेकर पुलिस प्रशासन के कड़े इंतजाम
शांति और सौहार्द से त्योहारों को मनाने के लिए बीते दिन थाना प्रांगण में एसडीओपी धीरज बब्बर, एसडीएम भूपेंद्र सिंह रावत थाना प्रभारी नीरज कुमार बिरथरे, तहसीलदार आरसी खतेड़िया, नायब तहसीलदार नेहा शाह आदि की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में पुलिस प्रशासन ने सर्व समाज को सभी त्योहारों को शांति और सौहार्द के साथ मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की भी अफवाहों पर ध्यान ना दें पुलिस हर रूप से सोशल मीडिया एवं व्हाट्सएप ग्रुप पर निगरानी बनाए हुए हैं। किसी भी समाज का हो, असामाजिक तत्वों के ऊपर पैनी नजर रहेगी।