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मामा ने मामा के चरणों में किया प्रणाम :

क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा भील के बलिदान दिवस पर आयोजित हितग्राही संवाद कार्यक्रम में पहुंचे राज्यपाल और सीएम शिवराज

इंदौर : (मप्र.) इंदौर में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील मामा के बलिदान दिवस पर आयोजित हितग्राही संवाद कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल के साथ सहभागिता की। इस अवसर पर माननीय फग्गन सिंह कुलस्ते, विष्णु दत्त शर्मा, तुलसी सिलावट, बहन मीना सिंह, बहन उषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, शंकर लालवानी, पुष्यमित्र भार्गव, सांसद छतरसिंह दरबार, पूर्व मंत्री रंजना बघेल सहित इंदौर में प्रदेश स्तर के बीजेपी नेता एवं नागरिक उपस्थित रहे। क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के चरणों में मध्यप्रदेश के सभी नागरिकों की तरफ से सीएम ने सादर प्रणाम किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा आपने सदैव गरीबों के कल्याण और जनजाति गौरव को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अतुलनीय कार्य किए। परम श्रद्धेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जननायक टंट्या मामा के पदचिन्हों पर चलकर जनजातीय समुदाय के विकास का जो संकल्प लिया, उसे हम साकार करने के लिए समर्पित हैं। जनजनायक टंट्या मामा भारत माता के पैरों से परतंत्रता की बेड़िया काटने के लिए अपना जीवन बलिदान करने वालेअद्भुत क्रांतिकारी थे। मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की ओर से उनके चरणों में प्रणाम करता हूं।

सीएम ने कहा जनजातीय समुदाय के अधिकारों के संरक्षण और प्रगति के लिए मध्यप्रदेश में हमने पेसा नियम लागू किया है। इससे आपके जीवन में अभूतपूर्व बदलाव आएगा। प्राकृतिक संसाधनों पर सभी का समान अधिकार है। PESA आपको सबसे पहले जमीन का अधिकार देता है। जमीन के अधिकार के तहत हर साल ग्राम सभा के सामने जमीन का नक्शा और खसरा आदि रखा जाएगा, जिससे कहीं गड़बड़ी न होने पाए। धर्म बदलकर जनजातीय समुदाय के अधिकारों और संपत्ति पर कब्जा करने वालों की खैर नहीं होगी। मध्यप्रदेश की धरती पर लव जिहाद जैसे मामलों के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसी साजिशों से मैं सख्ती से निपटने को तैयार हूं। पिछली सरकारों ने भीमा नायक, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह-शंकर शाह, रानी कमलापति व हमारे भगवान बिरसा मुंडा जी की प्रतिमा कभी बड़े शहरों में नहीं लगवाई। आज मुझे संतोष है कि इंदौर में टंट्या मामा की भव्य प्रतिमा का अनावरण हुआ है। जनजातीय समुदाय के क्षेत्र की जमीन से रेत, गिट्टी या कोई प्राकृतिक संसाधन निकलते हैं, तो उसे पहला अधिकार जनजातीय सहकारी समिति का होगा। क्रशर, खदान आदि पर पहला अधिकार महिला का होगा, उसके बाद पुरूष का।

उन्होने पैसा एक्ट कानून के बारे में बताते हुए कहा कि जनजातीय समुदाय को पेसा के तहत अधिकार प्राप्त होंगे कि ग्रामसभा ही तय करेगी कि गांव में मनरेगा का काम क्या होगा और कौन काम करेगा। अवैध शराब की बिक्री को रोकने का अधिकार भी अब ग्राम सभा को होगा। स्कूल, कॉलेज और धर्मशाला के पास शराब की दुकान होने पर उसे वहां से हटाने की अनुशंसा करने का अधिकार भी ग्राम सभा को होगा। बेईमान सावधान हो जायें, जहां गड़बड़ होगी, वहां कार्रवाई होगी। बेईमानी और भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे। हम पलायन को रोकने के लिए योजना बना रहे हैं। हम ऐसा प्लान बनायेंगे, ताकि अगले पांच साल में काम-धंधे की तलाश में बाहर जाने वालों की संख्या शून्य हो जाये। ज्यादा पैसा मिले, तो जायें, लेकिन मजबूरी में न जायें। जरूरत पड़ने पर गरीब को बिना ब्याज के पंचायत से 5 हजार रुपये मिल जाये और बाद में वह उसे वापस कर दे। यह योजना अगले बजट में लेकर आ रहा हूं।

टंट्या मामा भील के बलिदान दिवस के अवसर पर आदिवासी बाहुल्य धार जिले के सांसद छतर सिंह दरबार ने बताया की प्रदेश सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा जनजातीय वर्ग के हित में चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए गए। इस तरह बलिदान दिवस मनाया गया।

उन्होंने कहा की देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान के कुशल नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार हमारे जनजातीय भाइयों बहनों के कल्याण और उत्थान हेतु दृढ़ संकल्पित है। और आगे भी रहेगी।

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