उर्स में मौला अली की नज़्र के साथ हुआ महफ़िल का आयोजन, दरगाह वारसी पर आयोजित उर्स में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

इन्तिज़ार अहमद खान ब्यूरो चीफ़
इटावा। स्थानीय कटरा शहाब खां स्थित दरगाह अबुल हसन शाह वारसी पर 98 वें तीन दिवसीय सालाना उर्स का शुभारंभ सुबह फ़ज्र की नमाज के बाद कुरान ख़्वानी से हुआ। उर्स में देश भर के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हजरत मज़हर अली शाह वारसी का कुल हुआ, बाद नमाज़े ज़ोहर मीलाद शरीफ का आयोजन किया गया, बाद नमाज़े अस्र हज़रत सैयद हाजी महमूद शाह वारसी कुल शरीफ हुआ। रात को महफ़िले जिक्र सरकार वारिस पाक हुआ और सुल्तान हमीद वारसी व हज़रत माशूक अली शाह वारसी का कुल हुआ। दूसरे दिन दरगाह वारसी पर मौला अली शेरे खुदा की नज़्र का बड़े पैमाने पर आयोजन किया गया, जिसमे लोगों ने मौला अली की शान में कलाम पेश किए। इसके बाद महफिले समां हुई और हज़रत सैयद अबुल हसन शाह वारसी का कुल हुआ। उर्स में देश भर से आये श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उर्स के दौरान दरगाह आकर्षक रोशनी से जगमगा उठी। उर्स में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहे। दरगाह वारसी के ऑनरेरी सेकेट्री व संयोजक उर्स हसनैन वारिस वारसी हनी ने बताया कि अंतिम दिन 17 दिसम्बर को बाद नमाज़े फ़ज्र कुरान ख़्वानी, रात 10 बजे महफिले समां होगी और सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर हज़रत हाजी हाफ़िज़ सैयद वारिस अली शाह का कुल होगा।