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प्रत्याशियों ने खोले अपने कार्यालय, वार्ड का भ्रमण कर लोगों से मतदान करने की अपील की

निर्दलीय उम्मीदवारों ने दोनों बड़ी पार्टी की बढ़ाई चिंता

मनावर : (मप्र.) नगर में चुनावी माहौल का रंग देखा जा सकता है। जगह-जगह नुक्कड़ चर्चाएं और कार्यालय का शुभारंभ होते भी देखा जा सकता है। कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपने कार्यालय का शुभारंभ कर दिया है। मनावर नगर पालिका चुनाव में 54 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे। कांग्रेस और बीजेपी के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी 2 दर्जन की तादाद में इस दौड़ में शामिल है। ठीक आज से 8 दिन बाद नगर पालिका चुनाव के लिए मतदान किए जाने है। जिसका परिणाम 23 जनवरी को सामने आएंगे।
नगर में सभी वार्डो के चुनावी कार्यालय लगभग लगभग खोले जा चुके हैं, नेताओं द्वारा अपने अपने कार्यकर्ताओं को बांधने का काम किया जा रहा है, हर व्यक्ति चाहता है उसके साथ ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं का जत्था चुनावी प्रचार प्रसार में साथ हो। आखिर मामला चुनाव जीतकर 5 साल तक नगर पालिका में अपनी जगह बनाने का है। जिसको लेकर सभी पार्टी के प्रत्याशी सक्रिय हो चुके हैं और जीत का परचम लहराने के लिए प्रयासरत है। इस बार चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी सहित निर्दलीय दल भी अपनी शाख बचाने में लगे है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी द्वारा प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद से ही कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी देखी गई थी। जिसके चलते कई लोगों ने अपने फार्म नहीं उठाए, जो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में डटे हुए हैं। दोनो बड़ी पार्टी के प्रत्याशी और नेता निर्दलीय उम्मीदवारों को बैठाने के प्रयास कर रहे हैं, ताकि निर्दलीय उम्मीदवार दोनों बड़ी पार्टियों का समीकरण ना बिगाड़ दे। फिलफल हालत तो लगभग ऐसे ही दिखाई दे रहे हैं।
आपको बता दें कि निर्दलीय उम्मीदवारों की दर्जनों भर प्रत्याशी देखकर सभी प्रत्याशी असमंजस में है क्योंकि नगर में पहली बार देखने को मिला है कि बड़ी तादाद में निर्दलीय प्रत्याशी का जत्था मैदान में देश के दोनों बड़ी पार्टियों को टक्कर देने के लिए खड़ा है। ज्ञात हो कि कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी की सूची जाहिर होने के बाद वरिष्ठ और योग्य कांग्रेसी उम्मीदवार अपनी नाराजगी के चलते निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। वहीं बीजेपी की भी हालत लगभग लगभग इसी प्रकार दिखाई दे रही है। नाराज उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया और 1-1 वार्ड से कई उम्मीदवार खड़े हो चुके हैं।
कभी-कभी तो ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी ने कुछ उम्मीदवारों को बलि का बकरा ही बना दिया, दबंग और वर्चस्वधारी उम्मीदवार के सामने हल्के प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए खड़े कर दिए। कुछ वार्डो की स्थिति यहां तक देखी जा सकती है की ऐसे प्रत्याशी भी है जो अभी तक अपने वार्डो में प्रचार-प्रसार तथा जिस संपर्क करने तक नहीं पहुंचे। नगर में चुनाव प्रत्याशियों की सूची बीजेपी ने जाहिर की थी, उन प्रत्याशियों के नाम देखकर कांग्रेस ने वजनदार और लोकप्रिय जनता के सेवको रूप में प्रत्याशियों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारना था ताकि चुनाव जीतकर नई परिषद बनाई जाए। नगर की जनता का अनुमान यह था कि भाजपा ने कमजोर प्रत्याशियों को टिकट दे दिए, लेकिन बाद सूची जाहिर होने के देखने को मिला कि कांग्रेस ने भी अपना फैसला कुछ इसी प्रकार से लिया। इससे नाराज प्रत्याशी निर्दलीय दल के रूप में दोनो पार्टियों के सामने खड़े हो गए।

जीत का समीकरण समझे

नगर में कुल 15 वार्ड है, जिसमें परिषद बनाने के लिए मात्र कुल 8 पार्षदों की आवश्यकता होती है। नगर में कुल 54 प्रत्याशी अपनी जोर आजमाइश कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस, बीजेपी व आम आदमी पार्टी और निर्दलीय दल शामिल है। 54 प्रत्याशियों में से 8 प्रत्याशी जीतकर अपनी परिषद बना सकते हैं। राजनीति के विशेषज्ञों द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार निर्दलीय उम्मीदवार भी परिषद में जगह बनाएंगे। क्योंकि बहुमत के साथ आने वाली पार्टी एक तरफा परिषद की हकदार रहेगी अन्यथा मिली जुली सरकार बनने के भी आसार दिख रहे हैं। इसके अतिरिक्त ऐसा भी खेल खेला जा रहा है कि क्यों न निर्दलीय जीतकर और मिलकर ही परिषद बना दें। बीते दिन नगर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जो वार्ड क्रमांक 2 से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे हुए है भागचंद पाटीदार द्वारा बताया गया था कि पार्टी ने खानदानी और वर्षों पुराने कांग्रेसी नेताओं को नजरअंदाज किया, साथ ही बोहरा समाज की सकीना अली को वार्ड 11, वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री अख्तर बी को वार्ड क्रमांक 7 से टिकट न देकर सर्व समाज सर्व धर्म का नारा फेल कर दिया। जबकि कांग्रेस पार्टी सभी धर्म को साथ लेकर चलने के लिए जानी जाती है, और इस बार सभी समाज के व्यक्तियों ने उम्मीदवारी जाहिर की थी लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने मनमानी के चलते टिकटों का वितरण किया। जिसके परिणाम भी आने वाले समय में देखे जा सकते हैं।

नाराज उम्मीदवार को कमलनाथ ने किया कॉल

कांग्रेस पार्टी के कई अनुभवी और योग्य प्रत्याशियों के टिकट कटने के बाद शहर के अधिकतम कांग्रेसी कार्यकर्ता नाराज दिखाई दिए, क्योंकि देखा जा सकता है की कांग्रेस ने इस बार जीतने वाले उम्मीदवारों को छोड़कर अधिकतम टिकट कमजोर और नए चेहरों को बांट दिए। जिसको लेकर कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नाराज रहे जिन को मनाने के लिए नगर में भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही नगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता भागचंद पाटीदार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कॉल करते हुए कांग्रेस के लिए कार्य करने की बात कही। वही भागचंद पाटीदार ने कमलनाथ को कहा कि क्या कांग्रेस ने इस बार खानदानी और वर्चस्व धारी नेताओं को नजरअंदाज कर दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने नगर में कांग्रेस पार्टी के अंदर हो रहे घमासान तथा वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराया। जिस पर कमलनाथ ने कहा कि इस मामले को भी बैठकर समझा जाएगा।

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