कलाकार सम्मान और तालियों का भूखा होता है: डॉ. ज्योति वर्मासर्कस के 14 महिला समेत 21 कलाकारों का किया सम्मान

इन्तिज़ार अहमद खान ब्यूरो चीफ़
इटावा। स्वस्थ और फिट रहने का राज क्या है। यह किसी जिम्नास्टिक कलाकार के हैरतअंगेज करतबों को देखकर लगाया जा सकता है। करतब जब कोई महिला करे तो वह वाकई सम्मान की हकदार होती है।कहा कि कलाकार सिर्फ सम्मान का भूखा होता है। भले तालियों के रूप में मिले। जब जोखिम भरे करतब से दर्शकों का मनोरंजन करें, तब वह सम्मान के हकदार बन जाते हैं।
यह बात स्थानीय परिवाद समिति की अध्यक्ष डॉ.ज्योति वर्मा ने
21 कलाकारों की प्रतिभा का सम्मान करने के दौरान कही। उन्होंने घर की लक्ष्मी बेटियां के तहत सर्कस की 14 महिला कलाकारों को घर की लक्ष्मी हैं बेटियां मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। साथ ही आठ पुरुष कलाकारों को उनके जोखिम भरे करतब दिखाने पर सम्मानित किया। सम्मानित हुए कलाकारों मेंसीमा दास, सुनीता दास, आफरीन खान, रोहनी शाह, निशा सिंह, सिमरन सिंह,मधु थापा, अनीता चौबरी, शोभा सिंह, प्रिया सिंह, रुकशार जोन, स्नेहा तिवारी, कल्पना थापा, मारिया के अलावा दिनेश कुमार शाह, पप्पी दास, सुनील कुमार कुशवाह,ईशु जॉन,राजेश शर्मा,मनीष सिंह राजपूत, कृष्णा धामी (नेपाल) शामिल हैं।इस मौके पर मनोरमा वर्मा, आंचल वर्मा,जाग्रति वर्मा, मुनिराज वर्मा, अमृषा पटेल, उज्ज्वल पटेल ,टीपू यादव, सर्कस के प्रबंधक मो.शकील स्टाफ व सर्कस देखने आए दर्शक उपस्थित रहे।
।