प्रचार प्रसार का समय खत्म, अब मतदान का इंतजार, प्रचार के अंतिम दिन रहा घमासान

निर्दलीय और भाजपा के प्रत्याशियों में टकराव, कांग्रेस का कुछ वार्डो में सिर्फ माहोल, जमीनी स्थिति कमजोर ?
मनावर : (मप्र.) चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन सभी पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपने वार्डों में जनसंपर्क एवं जोर शोर से प्रचार प्रसार किया। अब जनता को 20 जनवरी मतदान के दिन का इंतजार रहेगा। 15 प्रत्याशियों की कुंडली 25000 मतदाताओं के हाथ में है। वार्ड क्रमांक 4 में निर्दलीय प्रत्याशी नरेंद्र पिप्पलाद द्वारा जोर-शोर से प्रचार एवं वार्ड की जनता से मिलकर मतदान करने की अपील की थी। जिनके साथ वार्ड के युवाओं ने भी हिस्सा लिया। वार्ड क्रमांक 4 में कई प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन यहां पर भी निर्दलीय प्रत्याशी नरेंद्र पिप्पलाद की टक्कर भाजपा प्रत्याशी मांगीलाल से रहेगी। जातिगत समीकरणों के आधार पर नरेंद्र पीपलाद के परिवार और संबंधित लोगो की संख्या वार्ड में अधिक है। वही मांगी लाल भी भाजपा के बैनर तले चुनावी मैदान में है जो अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। सर्वे ऐसे ही वार्ड क्रमांक 10 में भाजपा प्रत्याशी नारायण सोनी द्वारा भी घर घर जाकर जनसंपर्क किया, जिनके साथ क्षेत्रीय सांसद श्री दरबार, हेमंत खटोड़ सहित भाजपा के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे। इनकी लड़ाई कांग्रेश के नगर अध्यक्ष नारायण जोहरी से है। यह निर्दल उम्मीदवार जगदीश जोहरी भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हैं जिन्हें भाजपा ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। कांग्रेस ने भी नगरीय नेताओं के साथ कुछ वार्डों में शक्ति प्रदर्शन किया। और कुछ वार्डो की स्थिति कमजोर दिखाई दे रही है।

ज्ञात हो कि नगर में इस बार कई उम्मीदवारों के टिकट काट दिए गए थे। जिससे नाराज 2 दर्जन प्रत्याशियों निर्दलीय और आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव में जंग लड़ रहे है। उन्हीं प्रत्याशी ने नगर में दोनों बड़ी पार्टी के समीकरण को बिगाड़ रखा है। जिनकी भरपाई करना मुश्किल हो रही है। दो बड़ी पार्टियों में से आंकलन लगाए तो भाजपा को ज्यादा सीटे मिलने के आसार है। वहीं कांग्रेस जमीनी स्तर पर कमजोर नजर आ रही है। जिसे मतदान के वक्त तक संघर्ष करना होगा। पिछले 5 वर्षों से कांग्रेस की नगर पालिका परिषद रही, जिसका कार्यकाल बहुत ही शर्मिंदा करने जैसा रहा, जिसका नुकसान कांग्रेस को इस बार उठाना पड़ सकता है। क्योंकि एक तरफ कांग्रेस की नगर सरकार में हुए भ्रष्टाचार और लापरवाही ने नगर स्तिथि बिगाड़ रखी है। यहां तक मनावर को कई वर्ष पीछे धकेल दिया। अब ऐसी दशा में पार्टी नगर से जीत की झुटी उम्मीद लगाए बैठी है।
वार्ड के हिसाब से समझे समीकरण
अनुमानित आंकलन करे तो, वार्ड 1 में निर्दलीय उम्मीदवार भारी है, वार्ड 2 में भी निर्दलीय प्रत्याशी का बोलबाला, वार्ड 3 में भाजपा-कांग्रेस टक्कर रहेगी। वार्ड 4 में भी निर्दलीय प्रत्याशी, वार्ड 5 में भाजपा, वार्ड 6 में भी कांग्रेस व भाजपा और निर्दलीय में घमासान रहेगा। वार्ड 7 में भी भाजपा और निर्दलीय में टक्कर, वार्ड 8 में भाजपा के आसार, वार्ड 9 में कांग्रेस, वार्ड 10 में भी त्रिकोण मुकाबले, वार्ड 11 में भाजपा कांग्रेस में लड़ाई रहेगी, वार्ड 12 में कांग्रेस की जमानत तक जब्त हो सकती है। वार्ड 13 में कुछ कहा नहीं जा सकता की उठ किस करवट बैठ जाए। वार्ड 14 में भाजपा और अंत में 15 वार्ड में भी भाजपा के आसार बने हुए है।