अवैध कॉलोनियों के भेंट चढ रहे हैं हरे-भरे फलदार आम बाग बगीचे, कुदरत के अनमोल तोहफे पर, बेखौफ होकर चला रहे हैं वन माफिया अपनी कुल्हाड़ीया

रिपोर्ट नफीस खान हरिद्वार
(जिम्मेदार अधिकारियों पर खड़े हो रहे सवाल)
हरिद्वार । जिले भर मे हरे-भरे फलदार प्रतिबंध अन्य प्रजातियों के बाग बगीचे चढ रहे अवैध कॉलोनियों के भेंट परमिशन की आड में बेखौफ हो कर वन माफिया चला रहे अपनी हरे-भरे फलदार आम बगीचो वं प्रतिबंध अन्य प्रजातियो के पेड़ों पर आरिया जिले भर में अवैध कॉलोनियों के भेंट चढ़ते ही जा रहे है हरे-भरे फलदार आम के बगीचे व प्रतिबंध अन्य प्रजातियो के पेड़ सवालों के घेरे में घिरे विभागीय अधिकारी,जिले भर मे अवैध कॉलोनियों की भरमार की वजह से सफाया होता जा रहा कुदरत के अनमोल तोहफे का आखिरकार किस की छत्रछाया में चला रहे हैं वन माफिया बेखौफ होकर कुदरत के अनमोल तोहफे पर अपनी कुल्हाड़ीया कौन दे रहा है इन वन माफियाओं को अपनी छात्र छाया जो होता ही जा रहा है जिले भर से हरे-भरे फलदार आम के बगीचे और अन्य प्रतिबंध प्रजातियों के पेड़ों का सफाया,केंद्र व राज्य सरकार मिलकर हरित पर्यावरण पर चाहे भले ही कितने ही ध्यान रख कर करोड़ों रुपए बाह कर जनपद हरिद्वार को हरित के नाम से विकसित करने मे लगी रहे पर यह वन माफिया भी अपनी कुल्हाड़ीया बेखौफ होकर हरे-भरे बगीचो पर लगातार बरसाते रहेंगे और अवैध कॉलोनियों के भेंट चढ़ते रहेंगे फलदार आम के अन्य प्रजातियों के पेड़,वह समय अब दूर नहीं रहा जब जिलेभर में हरे भरे आम बगीचो का और अन्य प्रजातियों के बगीचे दूर तक भी नहीं दिखाई देंगे केवल बस जिलेभर में दिखाई देगा तो देगा कंट्रक्शन के कार्य और गर्मी के मौसम में तपती हुई सड़कें 40 डिग्री सेल्सियस चढता हुआ पारा आग उगती हुए धरती नजर आएगी, गर्मी के मौसम में आग उगती धरती और सिर पर पडी सूर्यदेव की तपिश से अपने स्वास्थ्य को बचाने के लिए इन्हीं हरे-भरे बाग बगीचों की शरण लेनी पड़ती और फलदार आम वं हरे-भरे अन्य प्रजातियों के वृक्षों के बगीचे इस समय जिले भर में वन माफियाओ की जकड़न मे है अंधाधुंध कटान से मानव जीवन बुरी तरह आने वाले समय में प्रभावित हो जाएगा, 40 डिग्री सेल्सियस के चढ़ते हुए पारे में गर्मी के मौसम मे आग उगती जमीन और सिर पर सूर्य देव की पडी तपिश से अपने स्वास्थ्य को भी नहीं बचा पाएंगे हरे- भरे पेड़ों की शरण भी नहीं मिलेगी क्योंकि जब इन हरे-भरे बाग बगीचों का सफाया ही हो जाएगा तो फिर इनकी छाया कहां से मिलेगी अगर यह खत्म होते रहे तो इनकी छाया दूर दूर तक भी ढूंढने को नहीं मिलेगी,और तो और हरिद्वार जिले का आम का फल भी देखने को नहीं मिलेगा हरिद्वार जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खड़े हरे-भरे फलदार आम बगीचों के पेड़ों पर बेखौफ होकर वन माफिया अपनी कुल्हाड़ीया बरसा रहे हैं,अगर यही आलम रहा तो हरे भरे बगीचे नष्ट हो जाएंगे और वह दिन भी दूर नहीं है,जब इन बगीचों की छाया दूर दूर तक नसीब भी नहीं होगी,क्योंकि इस समय विभागीय अधिकारी इन हरे भरे आम बगीचों के पेड़ों का अविनाश होते हुए देख रहे हैं,वह दिन भी दूर नही अपने क्षेत्र के फलो का जायका भी लेने के लिए नहीं मिलेगा,और अन्य प्रजातियों के पेड़ दूर-दूर तक भी नहीं दिखाई देगे बस दिखेंगे तो कंक्रीट कंट्रक्शन और तपती चौड़ी सड़कें और खुला आसमान,क्योंकि विभागो के ही द्वारा दी गई परमिशन की आड़ में यह बड़ा खेल खेला जा रहा है जो यह हरे-भरे फलदार और अन्य प्रजातियो के पेड़ो को इस समय वन माफिया सफाया करने पर लगे हुए हैं,पिछले साल की भी अधिक से ज्यादा आम के और अन्य प्रजातियों के पेड़ों का सफाया किया गया है था और इस साल भी हरे-भरे फलदार आम बगीचों और अन्य प्रजातियों के पेडो पर वन माफियाओं की लगातार आरी चल रही है|