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धरमपुरी नगर परिषद में कांग्रेस का कब्जा बरकरार, निक्की जियाउल हक अध्यक्ष और बसंती विक्रम वर्मा उपाध्यक्ष निर्वाचित हुई

धरमपुरी:- (मप्र.) धरमपुरी नगर परिषद पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही पदों पर कांग्रेस अपने पार्षद काबिज कराने में सफल रही है। नगर सरकार में अध्यक्ष श्रीमती निक्की जियाउल हक और उपाध्यक्ष श्रीमती बसंती विक्रम वर्मा निर्वाचित हुई हैं। दोनों को 9- 9 मत प्राप्त हुए। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने अपना प्रत्याशी खड़ा किया था, लेकिन कांग्रेस में सेंध नहीं लगा पाने से भाजपा को दोनों ही पदों पर हार का सामना करना पड़ा।

नगर में नगर परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को लेकर एक पखवाडे से जारी कयासों पर रविवार को परिषद के प्रथम सम्मेलन के साथ ही विराम लग गया है। यहां 15 वार्ड के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने से अध्यक्ष कांग्रेस का बनना तय माना जा रहा था। चुनाव में कांग्रेस के 9 भाजपा के 5 और 1 निर्दलीय पार्षद विजयी हुए थे। भाजपा खेमे में अल्पमत के बाद भी उत्साह था, और वह चुनाव परिणाम के बाद से ही परिषद बनाने का दावा कर रही थी।

इसके चलते अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कब्जे के लिए भाजपा भी दांव पेंच और जुगाड़ में लगी हुई थी। भाजपा के दावे को देखते हुए कांग्रेस नेता कोई भी रिस्क लेना नहीं चाहते थे। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के तीन सशक्त दावेदारों को लेकर पार्टी में बगावत के खतरे को देखते हुए पार्टी की ओर से अंतिम समय तक भी किसी प्रत्याशी के नाम की अधिकृत घोषणा नहीं की गई। प्रथम सम्मेलन में ही नाम तय कर पार्टी की ओर से अधिकृत प्रत्याशी को मतदान के निर्देश जारी किए गए थे। कांग्रेस का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद परिषद कार्यालय के बाहर ढोल-ढ़माके बजना शुरू हो गए। वहीं कांग्रेस द्वारा नगर परिषद से जुलूस निकालकर नगर में भ्रमण किया गया।

कांग्रेस ने नगर में चुनाव को लेकर कुछ महीनों पहले ही रणनीति बनाना शुरु कर दी थी, जो सफल रही। जिलाध्यक्ष कमल किशोर पाटीदार, विधायक पाचीलाल मेणा, नगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय सोनी और विधायक प्रतिनिधि कैलाश दवाने, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता साबिर भय्यू शेख, नपा अध्यक्ष शब्बीर पहलवान एवं पूर्व पार्षद तथा समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर में पार्टी के कब्जे को कायम रखने के लिए जान झोंक दी। नगर अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं ने मिलकर हर वार्ड के प्रभारी और जिम्मेदारों की सूची तैयार की थी। जिन्हें अपने वार्ड में कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने थे। रूपरेखा के अनुसार किए गए कार्य में कांग्रेस कार्यकर्ता सफल रहा है।

ज्ञात हो कि कई उम्मीदवार पार्षद के टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन टिकट तो मात्र 15 ही लोगों को दी जाने थे। टिकट वितरण के बाद असंतोष रहे उम्मीदवारों को मनाने में पार्टी कार्यकर्ता सफल रहे जिसके परिणाम स्वरूप आज नगर परिषद धरमपुरी में कांग्रेस का कब्जा कायम रहा। धरमपुरी विधानसभा के विधायक पाचीलाल मेणा द्वारा नगर में मजबूत और टिकाऊ उम्मीदवारों को टिकट वितरण किए गए थे, जिसके कारण वह जीतकर आज पार्टी की सत्ता बनाने में सफल रहा है।

चुनाव निर्वाचन प्रक्रिया में पुलिस प्रशासन दल बल के साथ मौजूद रहा।

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